Types and Importance of The Minerals in Hindi

 

“शरीर को लम्बे समय तक स्वस्थ और बलशाली बनाये रखने में, मिनरल्स की अहम् भूमिका किसी से छिपी नहीं है। हमारा शरीर इन पर कितना निर्भर है, यह इससे पता चल जाता है कि हमें प्रतिदिन इन अनिवार्य पोषक तत्वों को आहार के माध्यम से लेना पड़ता है।”

 

Health Benefits of Minerals in Hindi
शरीर में खनिजों की कमी न हो इसके लिये पोषक तत्वों से भरपूर पौष्टिक भोजन लें

Types and Importance of Minerals in Hindi में आज हम आपको शरीर के लिये जरुरी पोषक तत्वों में से एक Minerals, यानि उन अत्यंत महत्वपूर्ण खनिज पदार्थों के बारे में बतायेंगे, जो मनुष्य के प्रतिदिन के जीवन के लिये अनिवार्य आवश्यकता हैं। जो न केवल हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि कई जैविक क्रियाओं को सम्पादित करने में शरीर की मदद भी करते हैं। इतना ही नहीं, यह शरीर में बनने वाले कई जहरीले पदार्थों को देह से बाहर कर उसे शुद्ध करते हैं।

यह तो हम सभी जानते हैं कि विटामिन और मिनरल्स (खनिज पदार्थ), हमारे शरीर को स्वस्थ और सुद्रढ़ रखने के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण पुष्टिकर (बलवर्धक) पदार्थ हैं। लेकिन हममे से ऐसे कितने लोग हैं, जिन्हें इन तत्वों की महत्ता के विषय में पता है? आज के इस युग में अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिये, हम केवल चिकित्सकों की सहायता पर ही निर्भर नहीं रह सकते हैं।

स्वास्थ्य रक्षा के निमित्त, प्रत्येक व्यक्ति को यह पता ही होना चाहिये कि हम किस तरह रोगों से अपने शरीर को बचाये रख सकते हैं और इसे ठीक रखने के लिये हमारी मूलभूत आवश्यकताएँ क्या हैं? यह लेख आपको बताएगा कि Minerals क्या कार्य करते हैं, स्वस्थ शरीर के लिये इनकी महत्ता क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं?

Minerals in Hindi स्वास्थ्य हेतु खनिजों का महत्व

वैसे तो आजकल कई कम्पनियाँ Health Supplement के रूप में विटामिन और मिनरल्स की आपूर्ति कर रही हैं। लेकिन यदि इन्हें प्राकृतिक रूप से उपलब्ध फलों व सब्जियों द्वारा लिया जाय तो ज्यादा बेहतर है। क्योंकि इनसे हमें फाइबर भी मिलता है जो पाचन संस्थान को सही रखने में भी मददगार है।

शरीर में इन खनिज तत्वों की कमी न पड़े, इसलिये आपको प्रतिदिन एक संतुलित आहार लेना चाहिये। एक सर्वे के अनुसार दुनिया भर में लगभग 40% लोग मिनरल्स की कमी से जूझ रहे हैं, जिनमे कैल्सियम की कमी से होने वाला ओस्टियोपोरोसिस रोग, जिंक और मैग्नीशियम की कमी से होने वाले कई रोग शामिल हैं।

चूँकि यह लेख एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर है, इसलिये हमने इसका विस्तार से वर्णन करना ही उचित समझा, ताकि आपको आवश्यक जानकारी के लिये कहीं और न जाना पड़े। आगे आप प्रत्येक खनिज के बारे में विस्तार से पढेंगे।

 

Importance of Minerals for Human Body in Hindi

हमारे शरीर को खनिजों की आवश्यकता क्यों है

शरीर को लम्बे समय तक स्वस्थ और बलशाली बनाये रखने में, मिनरल्स की अहम् भूमिका किसी से छिपी नहीं है। हमारा शरीर इन पर कितना निर्भर है, यह इससे पता चल जाता है कि हमें प्रतिदिन इन अनिवार्य पोषक तत्वों को आहार के माध्यम से लेना पड़ता है। Minerals हमारे लिये इसलिये आवश्यक हैं, क्योंकि यह शरीर में जाकर इन 10 महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करते हैं –

1. खनिज पदार्थ हमारे शरीर के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। ये विभिन्न एंजाइमों की प्रतिक्रिया में एक सहभागी के रूप में कार्य करते हैं, क्योंकि एंजाइम, मिनरल्स के बिना कार्य कर सकने में समर्थ नहीं हैं।

2. शरीर की समस्त कोशिकाओं को अपना कार्य सुचारू रूप से करने के लिए, एंजाइमों की आवश्यकता होती है। यही हमारे शरीर को तेज व ओज प्रदान करते हैं।

3. प्रमुख मिनरल्स, हमारे शरीर के भीतर अनेकों तरह से प्रसारित होते हैं। इनका एक महत्वपूर्ण कार्य, शरीर के अंदर पानी की उचित मात्रा को बनाए रखना भी होता है।

4. मिनरल्स, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने से लेकर, चयापचय की विभिन्न क्रियाओं में सहयोग देते हैं।

5. यह शरीर में उत्पन्न होने वाले अनेकों विषैले पदार्थों को बाहर निकालकार इसे नवजीवन प्रदान करते हैं।

6. खनिज पदार्थ, माँसपेशियों के संकुचन और शिथिलीकरण में सहायता करते हैं।

7. यही संपूर्ण तंत्रिका तंत्र की संचार प्रक्रिया को गतिशील बनाये रखते हैं।

Minerals in Hindi अच्छी सेहत के लिये जरुरी हैं खनिज

8. मिनरल्स ही शरीर के अंदर के pH संतुलन को कायम रखते हैं।

9. मिनरल्स शरीर के लिये ढाँचागत और क्रियात्मक सहयोग प्रदान करते हैं।

10. ये हमारे शरीर के उतकों की वृद्धि को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।

अब तो आप समझ ही गये होंगे कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिये मिनरल्स कितने अनिवार्य हैं। मिनरल्स की हमारे शरीर को कितनी आवश्यकता है इसे mg (मिलीग्राम) और mcg (माइक्रोग्राम) में नापा जाता है। प्रमुख मिनरल्स, जिनकी अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है उन्हें mg में मापा जाता है और Trace Minerals, जिनकी कम मात्रा में जरुरत होती है, उन्हें mcg में मापा जाता है।

1mg में 1000 mcg होते हैं। आइये अब देखते हैं दोनों वर्गों के किस खनिज पदार्थ का क्या कार्य है, उसकी क्या महत्ता है और वह किन स्रोतों से प्राप्त होता है? उसके अभाव में शरीर के किस अंग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और यदि उसे अधिक मात्रा में लिया जाय तो किस परेशानी का सामना करना पड सकता है? आइये अच्छे स्वास्थ्य की दिशा में एक कदम और बढ़ाये –

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क्रमांक,मिनरल का नाम,खनिज पदार्थ का काम
1. पोटैशियम,तरल पदार्थों के सही संतुलन, सही रक्त चाप, मांसपेशियों व हड्डियों की मजबूती के लिये
2. सोडियम, तरल पदार्थों के सही संतुलन, स्वस्थ तंत्रिका तंत्र और माँसपेशियों के संकुचन के लिये
3. कैल्शियम, हड्डियों और दांतों की मजबूती, खून के थक्के ज़माने, सही रक्त चाप, स्वस्थ इम्यून सिस्टम और तंत्रिका तंत्र के लिये
4. फास्फोरस, कोशिका का अनिवार्य घटक, हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य, अम्ल-क्षार के सही संतुलन के लिये
5. मैग्नीशियम, इम्यून सिस्टम, हड्डियों, माँसपेशियों के संकुचन, तंत्रिका तंत्र और प्रोटीन के निर्माण के लिये
6. क्लोराइड, पेट के अम्ल और तरल पदार्थों के सही संतुलन के लिये
7. गंधक, प्रोटीन निर्माण, इम्यून सिस्टम, शरीर की जैविक क्रियाओं और उर्जा रूपांतरण के लिये

8. आयरन, रक्त निर्माण और उर्जा के मेटाबोलिज्म के लिये जरुरी है
9. जिंक, एंजाइम, प्रोटीन और जेनेटिक पदार्थों के निर्माण, भ्रूण के विकास, इम्यून सिस्टम और यौन स्वास्थ्य के लिये
10. आयोडीन, थायराइड हार्मोन, शारीरिक वृद्धि, विकास तथा मेटाबोलिज्म के लिये
11. सेलेनियम, एंटीऑक्सीडेंट है, थायराइड हार्मोन के नियंत्रण और शरीर के विकास के लिये
12. कॉपर, कई एंजाइम का घटक है, आयरन के मेटाबोलिज्म के लिये जरूरी
13. मैंगनीज, एंजाइम के निर्माण, घावों के भरने, सही रक्तचाप और स्वस्थ पाचन संस्थान के लिये
14. फ्लोराइड, मजबूत हड्डियों और दांतों के निर्माण के लिये
15. क्रोमियम, इन्सुलिन की सक्रियता बढ़ाने और शुगर के नियंत्रण के लिये
16. मोलिब्लेडनम, कई एंजाइमों के निर्माण और जैव-रासायनिक प्रक्रियाओं के लिये जरुरी है

What are The Types of The Minerals in Hindi

Mineral Types in Hindi खनिज कितने प्रकार के होते हैं

हमारे शरीर को कई तरह के मिनरल्स की जरुरत होती है, जिन्हें Essential Minerals या अनिवार्य मिनरल्स कहा जाता है। इन अत्यावश्यक खनिज पदार्थों को दो भागों में वर्गीकृत किया जाता है – Major Minerals या Macro Minerals अर्थात प्रमुख खनिज पदार्थ और Trace Minerals या Micro Minerals यानि अवशेष खनिज पदार्थ। खनिज पदार्थों के यह दोनों वर्ग समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।

लेकिन हमारे शरीर को प्रमुख मिनरल्स की तुलना में, अवशेष मिनरल्स की कम मात्रा में ही आवश्यकता होती है। पर इसका अर्थ यह नहीं है कि आप इनकी अनदेखी कर सकते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के लिये इनकी उचित मात्रा की भी उतनी ही आवश्यकता है।

अभी तक 100 से भी अधिक मिनरल्स का पता लगाया जा चुका है, लेकिन उनमे से केवल 20-25 मिनरल्स की ही हमारे शरीर को अधिक आवश्यकता होती है। इस पृथ्वी पर यह खनिज पदार्थ, हमें पेड़-पौधों के माध्यम से, मिटटी से और जल से प्राप्त होते हैं।

 

Major Minerals प्रमुख खनिज पदार्थ

Major Minerals (प्रमुख खनिज) वह मिनरल्स हैं, जिनकी हमारे शरीर को प्रतिदिन एक बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है और जो शरीर के अनेकों महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण करने के लिये उत्तरदायी हैं। जैसे – कैल्शियम, पोटैशियम, फॉसफोरस, सोडियम, मैग्नीशियम, सल्फर, क्लोराइड आदि।

आहार के रूप में हमें मिनरल्स की कितनी मात्रा की आवश्यकता है, इसकी मात्रा हम US RDA के अनुसार दे रहे हैं, तथा इनकी अधिकतम मात्रा UL जिसे प्रतिदिन लेना सुरक्षित है, वह भी दी जा रही है। इन शब्दों के विषय में विस्तार से जानने के लिये कृपया यह लेख पढ़ें –

जानिये कितने आवश्यक हैं विटामिन आपके स्वास्थ्य के लिये:

Trace Minerals अवशेष खनिज पदार्थ

Trace Minerals वह मिनरल्स होते हैं जिनकी हमारे शरीर को कम मात्रा में ही आवश्यकता होती है, लेकिन इनकी महत्ता किसी भी प्रकार से प्रमुख मिनरल्स से कम नहीं है। हमारे आहार में प्रतिदिन इनका शामिल होना भी अनिवार्य है। ये भी शरीर के लिये कई बेहद आवश्यक कार्य करते हैं, जैसे – शरीर की कोशिकाओं को पहुँची क्षति को रोकना और महत्वपूर्ण एंजाइमों का हिस्सा बनकर उनकी क्रियाशीलता बढ़ाना आदि।

ये मिनरल एक-दूसरे के साथ भी क्रिया करते हैं, जो कभी-कभी इस तरह भी हो सकती है कि यह कोई असंतुलन ही पैदा कर दें। किसी एक खनिज की मात्रा बहुत अधिक होने पर, शरीर में दूसरे तत्व की कमी हो सकती है, जिनके बारे में आप आगे चलकर पढेंगे। Types and Importance of Minerals in Hindi में हमने खनिजों के महत्व और उनके प्रकारों का सिर्फ संक्षिप्त वर्णन किया है।

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