Meaning of Fat-Soluble Vitamins in Hindi

 

“विटामिन B कॉम्प्लेक्स एक ही विटामिन का सबसे बड़ा समूह है और यह उपएंजाइम के रूप में काम करते हुए, मेटाबोलिज्म की प्रक्रिया में एंजाइमों की मदद करते हैं। चयापचय में इनकी भूमिका, एक उत्प्रेरक की तरह होती है।”

 

Essential Vitamins for Healthy Body in Hindi
मनुष्य शरीर को स्वस्थ रखने के लिये बेहद जरुरी हैं विटामिन

पिछले लेख Vitamins Chart, Guide and List in Hindi में आप वसा में घुलनशील सभी विटामिनों के विषय में पढ़ चुके हैं। हमें आशा है कि वह लेख आपके लिये काफी उपयोगी सिद्ध हुआ होगा। साथ ही, इस शरीर को स्वस्थ रखने के लिये, आहार में विटामिनों को सम्मिलित करना कितना आवश्यक है, यह भी आप भली-भांति समझ गये होंगे। Vitamin Meaning in Hindi में हम Water-Soluble Vitamins का वर्णन करेंगे।

“विटामिन वह कार्बनिक यौगिक हैं और अत्यावश्यक न्यूट्रीएंट्स हैं जो जीवों के विकास और उनकी शारीरिक वृद्धि के लिये बहुत जरुरी हैं इनके अभाव में न सिर्फ मनुष्य का विकास रुक जाता है, बल्कि स्वास्थ्य बिगड़ने से देर-सवेर कई रोग भी उसे घेर लेते हैं।”

Vitamin Meaning in Hindi जल में घुलनशील विटामिन

Vitamin B के कुल आठों प्रकार और Vitamin C जल में घुलनशील विटामिन हैं। सामान्य तौर पर जल में घुलनशील विटामिन शरीर में केवल कुछ समय तक ही संचित रह पाते हैं, लेकिन Vitamin B12 वर्षों तक हमारे लीवर में संचित रहता है। फॉलिक एसिड और विटामिन C, कुछ दिन तक हमारे शरीर में संचित रहते हैं, पर अधिकांश विटामिनों की पूर्ति करने के लिये इनका जल्दी-जल्दी नियमित तौर पर सेवन करना जरुरी है।

लेकिन इन Vitamins को सप्लीमेंट के जरिये अधिक मात्रा में लेना नुकसानदेह है। विटामिनों का सबसे बड़ा समूह, विटामिन B Complex, एक उप किण्वक (Coenzyme) या फिर एंजाइमों के अग्रदूत के रूप में कार्य करता है। चयापचय की प्रक्रिया में, उपकिण्वक, एंजाइमों (किण्वकों) की उनके कार्य में एक उत्प्रेरक के रूप में सहायता करते हैं।

इस भूमिका में, विटामिन एंजाइमों के साथ एक कृत्रिम समूह के अंश के रूप में द्रढ़ता से बंधे हो सकते हैं। जैसे – बायोटिन उन एंजाइमों का अंश है जो वसा अम्लों के निर्माण में सम्मिलित होते हैं। विटामिन B Complex समूह के सभी विटामिन जल में घुलनशील होते हैं। यह विटामिन आठ प्रकार का होता है, जिन्हें क्रमशः इन नामों से जाना जाता है –

 

Water-Soluble Vitamins in Hindi जल में घुलनशील विटामिन

5. Vitamin B1 in Hindi विटामिन B1 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम थायमिन है। यह भोजन के चयापचय में सहायता करता है और ऊर्जा उत्पन्न करता है। थायमिन बाल, त्वचा, माँसपेशियों और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। शरीर में इस विटामिन की अत्यधिक कमी हो जाने से व्यक्ति बेरी-बेरी रोग से पीड़ित हो जाता है, जबकि इसकी अधिकता होने पर, वह ज्यादातर समय नींद की हालत में रहता है।

यकृत, अंडे, पोर्क, जौ का आटा, ब्राउन राइस, सब्जियाँ, आलू, मसूर, विलायती खरबूजा, दूध इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं। हमारे शरीर को प्रतिदिन 1.2 मिग्रा विटामिन B1 की आवश्यकता होती है।

6. Vitamin B2 in Hindi विटामिन B2 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम रिबोफ्लेविन है और यह भी भोजन को उर्जा में रूपांतरित करने में सहायक होता है। यह आँतों में आयरन के अवशोषित होने की क्षमता को बढाता है। आँखों, मस्तिष्क, त्वचा व पेशियों को मजबूत बनाता है। शरीर में विटामिन B2 की अत्यधिक कमी होने से अरिबोफ्लाविनोसिस, ग्लोस्सिटिस जैसे रोग और अधिक मात्रा में लेने से पेशाब ज्यादा पीले रंग का आ सकता है।

दूध व दूध से बने पदार्थ, केले, पॉपकॉर्न, हरी फलियाँ, शतावर, बादाम, पनीर, अंडे, जडे हुए अनाज और दाने इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं। हमारे शरीर को प्रतिदिन 1.3 मिग्रा विटामिन B2 की आवश्यकता होती है।

7. Vitamin B3 in Hindi विटामिन B3 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम नियासिन या नियसिनामाइड है। विटामिन B1 व B2 की तरह यह भी भोजन को उर्जा में रूपांतरित करने के लिये अत्यावश्यक होता है। नियासिन यकृत, आँखों, त्वचा और तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने में भी केंद्रीय भूमिका अदा करता है। शरीर में विटामिन B3 की अत्यधिक कमी होने से पेल्लेग्रा रोग होने और अधिक मात्रा में लेने से, नियासिन की विषाक्तता उत्पन्न हो सकती है।

माँस, मछली, अंडे, चिकन, सब्जियाँ, मशरूम, कॉफ़ी, पेड़ों से मिलने वाली गिरियाँ, मूँगफली इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं। हमारे शरीर को प्रतिदिन 16 मिग्रा विटामिन B3 की आवश्यकता होती है।

8. Vitamin B5 in Hindi विटामिन B5 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम पेंटोथेनिक एसिड है। थायमिन, रिबोफ्लेविन और नियासिन की तरह विटामिन B5 भी भोजन से ऊर्जा उत्पन्न करने के काम में आता है। यह विटामिन न्यूरोट्रांसमीटर, स्टेरॉयड हार्मोन, लाल रक्त कणिकाओं को संश्लेषित करने में भी सहायता करता है। हमारे शरीर को प्रतिदिन 5 मिग्रा विटामिन B5 की आवश्यकता होती है।

शरीर में विटामिन B5 की अत्यधिक कमी होने से पेरेसथेसिया रोग और अधिक मात्रा में लेने से डायरिया, उल्टी और ह्रदय की जलन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। माँस, चिकन, अंडे, ब्रोक्कोली, एवोकेड़ो, साबुत अनाज, मशरूम, शकरकंद, योगर्ट आदि इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं।

9. Vitamin B6 in Hindi विटामिन B6 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम पायरीडोक्सिन या प्यरीडोक्सामिन है। यह विटामिन, एमिनो एसिड्स (जो प्रोटीन के निर्माण का मूल आधार हैं) के चयापचय के लिये आवश्यक हैं और शरीर में कोशिकाओं को बढ़ने में मदद करता हैं, साथ ही यह ह्रदय की बीमारियाँ होने के खतरे को भी कम करता है। हमारे शरीर को प्रतिदिन 1.3-1.7 मिग्रा विटामिन B6 की आवश्यकता होती है।

इस विटामिन की ज्यादा कमी होने पर, दौरे और दूसरी मानसिक समस्याओं और अधिक मात्रा में लेने से माँसपेशियों की कमजोरी, और स्नायुओं का क्षतिग्रस्त हो जाना, जैसी समस्याएँ पैदा हो सकती है। माँस, मछली, चिकन, सब्जियाँ, भुने हुए शकरकंद, पहाड़ी बादाम, उबला पालक, केले, पेड़ों की गिरियाँ आदि इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं।

 

Important Vitamins for Human Body in Hindi

10. Vitamin B7 in Hindi विटामिन B7 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम बायोटिन है। जल में घुलनशील दूसरे B Complex विटामिनों की तरह, बायोटिन भी कोशिकाओं की वृद्धि और भोजन के चयापचय में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यह थायमिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन और पेंटोथेनिक एसिड की तरह शरीर के लिये ऊर्जा का उत्पादन करता है। हमारे शरीर को प्रतिदिन 30 माइक्रोग्राम विटामिन B7 की आवश्यकता होती है।

शरीर में इस विटामिन की ज्यादा कमी होने पर, डर्मेटिटिस रोग हो जाता है, जबकि अधिक मात्रा में लेने का कोई दुष्परिणाम अभी तक सामने नहीं आया है। यकृत, मछली, कच्चे अंडे की जर्दी, मूँगफली, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, साबुत अनाज, एवोकेडो आदि इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं।

11. Vitamin B9 in Hindi विटामिन B9 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम फॉलिक एसिड या फोलिनिक एसिड है। यह विटामिन एमिनो एसिड्स के चयापचय के लिये आवश्यक हैं और शरीर में रक्त और कोशिकाओं के निर्माण में बहुत मदद करता हैं। यह गर्भवती स्त्रियों के लिये अत्यंत आवश्यक है, ताकि उनके शिशु का उचित विकास हो सके। हमारे शरीर को प्रतिदिन 400 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड की आवश्यकता होती है।

शरीर में फॉलिक एसिड की मात्रा बहुत कम होने पर एनीमिया रोग हो जाता है और गर्भवती स्त्रियों के शिशुओं में जन्मजात विकृति पैदा हो जाती है। इसे अधिक मात्रा में लेने से शरीर में विटामिन B12 की कमी होने जैसे लक्षण पैदा हो सकते है। यकृत, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, ब्रेड, पास्ता, शतावर, पालक, संतरे का जूस, मसूर और प्रसंस्करित अनाज व धान्य आदि इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं।

12. Vitamin B12 in Hindi विटामिन B12 की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम मेथिलकोबैलेमिन है। यह विटामिन वसा अम्ल व एमिनो एसिड्स के चयापचय के लिये आवश्यक हैं और शरीर में नयी कोशिकाओं के निर्माण करने में मदद करता हैं। यह हमारे तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने के लिये और अल्झाइमर जैसी बीमारीयों के खतरे को कम करने के लिये भी आवश्यक है।

इस विटामिन की कमी के कारण स्मृति नाश, विभ्रम और रक्त की कमी जैसी समस्याएँ देखने को मिल सकती हैं। हालाँकि इसकी अधिक मात्रा से होने वाला, कोई विशेष रोग अभी तक सामने नहीं आया है। माँस, चिकन, मछली, अंडे और दूध आदि इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं। हमारे शरीर को प्रतिदिन 2.4 माइक्रोग्राम विटामिन B12 की आवश्यकता होती है।

13. Vitamin C in Hindi विटामिन C की जानकारी

इस विटामिन का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड है और शरीर को नियमित तौर पर इसकी जरुरत पड़ती है, क्योंकि यह शरीर में लम्बे समय तक नही रुकता। विटामिन C एंटी ऑक्सीडेंट का कार्य भी करता हैं और शरीर की फ्री रेडिकल्स से रक्षा करता है, जिससे त्वचा की चमक-दमक बनी रहती है। इसमें शरीर की Immunity बढाने का गुण भी है।

साथ ही यह कोलाजेन के निर्माण में मदद करता है, जो घावों को ठीक करने के लिये जरुरी है। इस विटामिन C की ज्यादा कमी होने पर स्कर्वी रोग हो जाता है, साथ ही शरीर में भारीपन, आलस्य और थकान निरंतर बने रहते हैं। इस विटामिन की अधिक मात्रा लेने से Vitamin C Megadosage</a> नाम की समस्या पैदा हो जाती है।

यकृत, मट्ठा, दही, खट्टे फल और सब्जियाँ जैसे कि अंगूर, संतरा, आम, मौसमी, टमाटर, पालक, बथुआ, नींबू और लाल मिर्च इस विटामिन के प्रमुख स्रोत हैं। हमारे शरीर को प्रतिदिन 90 मिग्रा विटामिन C की आवश्यकता होती है।

Vitamin Meaning in Hindi में शरीर के लिये आवश्यक सभी 13 विटामिनों का वर्णन कर दिया गया है। इन सभी विटामिन्स के बारे में विस्तार से जानने के लिये इनसे संबंधित लेखों को पढ़ें। आशा है यह लेख आपको पसंद आया होगा।

“विटामिन C यौवन को बरकरार रखने और बुढ़ापा दूर रखने के लिये बहुत जरुरी है। यह हमें कई प्रकार की बीमारियों से भी बचाता है।”

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