Hair Meaning and Hair Facts in Hindi

 

“बालों का ध्यान रखने में जापानी और अमेरिकी लोग सबसे आगे हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार 90 प्रतिशत से अधिक जापानी लोग अपने बालों को प्रतिदिन दो बार धोते हैं जबकि अमेरिका में 80 प्रतिशत लोग ही ऐसा करते हैं। यूरोपीय लोग अपने बालों को सप्ताह में सिर्फ 3 बार धोते हैं।”

 

Amazing Hair Facts in Hindi
मानव शरीर असाधारण क्षमताओं से भरा है और इसका प्रत्येक अंग भी उतना ही अद्भुत है। सिर्फ दिल, दिमाग, फेफड़ें और जिगर जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण अंग ही कला का अपूर्व नमूना नहीं है, बल्कि शरीर के बाल और नाखून जैसी बेहद सामान्य सी दिखने वाली चीज़ें भी रचयिता की किसी विस्मित करने वाली कारीगरी से कम नहीं है। पिछले लेख में हमने दिल से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में बताया था।

उसी प्रकार से हमने शरीर की उर्जा भट्टी कहे जाने वाले यकृत की विशेषताएँ भी दीं थीं और शरीर से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी हम आपको पहले ही बता चुके हैं। आज हम आपको उन बालों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें हम अक्सर एक अनावश्यक और निरुपयोगी अंग ही समझते हैं, लेकिन जिनकी उत्पत्ति के पीछे कोई न कोई कारण तो अवश्यमेव ही रहा होगा।

बालों का विकास व्यक्ति के जन्म से पहले गर्भावस्था में ही आरंभ हो जाता है, हालाँकि जन्म के समय यह बहुत छोटे होते हैं और कई बार आसानी से नजर भी नहीं आते हैं। लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है वैसे-वैसे यह भी बढ़ने लगते हैं और युवावस्था तक पहुँचते-पहुँचते शरीर के परिपक्व होने पर यह भी हर उस स्थान पर उपस्थित हो जाते हैं जहाँ इन्हें होना चाहिये था।

 

Interesting Facts about Structure of Hair in Hindi

 

Structure of The Hair बालों की संरचना

2. मनुष्य के बाल एपिड़ेर्मल कोशिकाओं (Epidermal Cells) की Dermis या Subcutaneous Tissue जिन्हें हेयर फोल्लिकल्स या रोमकूप (Hair Follicles) भी कहते हैं, में वृद्धि रुकने से बनते हैं। फोल्लिकल के आधार पर कोशिकाओं का एक गुच्छा होता है जिसे पपिला (Papila) या बल्ब (Bulb) कहते हैं। हमारे बाल बल्ब की कोशिकाओं के गुणित होने से बनते हैं और जैसे-जैसे वह ऊपर की ओर बढ़ते हैं, तथा अपने पोषण स्रोत से दूर होते जाते हैं, कोशिकाएं मरने लगती हैं और केराटिन युक्त हो जाती हैं। केराटिन वह प्रोटीन है जिससे जीवधारियों के बाल, सींग, पंजों, पंख, चोंच और खुरों का भी निर्माण हुआ है।

3. Hair Follicles के साथ चिकने मांसपेशीय उतकों के छोटे-छोटे गट्ठे होते हैं जिन्हें अर्रेक्टर पिली (Arrector Pili) कहते हैं। इनके सिकुड़ने से बाल बिल्कुल सीधे खड़े हो जाते हैं और बालों के आस-पास की त्वचा हंस के गूदे की तरह उपर उठ जाती है। यह मांसपेशियाँ डर और ठण्ड की दशा में Sympathetic Nerve Fibres द्वारा उत्तेजित की जाती हैं।

4. त्वचा के ऊपर रहने वाले बालों का हिस्सा शाफ्ट के नाम से पुकारा जाता है जबकि जो सिरा त्वचा के अन्दर होता उसे जड़ या रूट कहा जाता है। बाल अपनी जड़ों से ही, त्वचा से पोषण प्राप्त करते हैं जो कि एपिडर्मिस के बीच उपस्थित रहती है।

5. बाल में तीन परतें होती हैं। इसकी बाहरी परत को क्यूटिकल (Cuticle) कहते हैं और इसका मुख्य कार्य आन्तरिक परतों को सुरक्षित रखना होता है। स्वस्थ बालों में क्यूटिकल चपटी होती है जबकि क्षतिग्रस्त बालों में यह ज्यादा खुली होती हैं।

6. बाल की मध्य परत को कोर्टेक्स (Cortex) कहते हैं। यह उन लंबे प्रोटीनों से मिलकर बनी होती है जो रस्सी की तरह एक दूसरे से एँठे हुए संयुक्त रहते हैं।

7. बाल की सबसे भीतरी परत को मेडुला (Medulla) कहते हैं, पर सामान्यतः महीन बालों में मेडुला नहीं होती है।

8. मानव शरीर पर उपस्थित प्रत्येक बाल की अपनी तंत्रिका (Nerve), रक्त आपूर्ति (Blood Supply) और माँसपेशी (Muscle) होती है।

9. हेयर फोल्लिकल्स एक-दूसरे से पूर्णतया स्वतंत्रत होते हैं।

10. बाल मुख्यतः कार्बन (50%), गंधक (5%), हाइड्रोजन (6%), नाइट्रोजन (17%) और ऑक्सीजन (21%) से बने होते हैं। इनमे कार्बन की मात्रा सबसे अधिक होती है।

11. बाल में 14 अलग-अलग तत्व होते हैं, हालाँकि इनमे से अधिकांश बहुत कम मात्रा में उपस्थित होते हैं। आश्चर्यजनक रूप से इनमे से एक तत्व सोना भी है।

12. केराटिन मुख्यतः सिस्टेन नामक एमिनो एसिड से बना होता है जो बालों को इनका आकार प्रदान करता है।

13. बाल की एक लट की औसतन मोटाई .02 से .04 मिमी होती है।

14. बालों से किसी व्यक्ति के लिंग का निर्धारण नहीं किया जा सकता है क्योंकि संरचना की दृष्टि से स्त्री और पुरुष के बाल एकसमान होते हैं।

Development of The Hair बालों का विकास

15. औसतन बाल 1 सेमी प्रति मास की गति से बढ़ते हैं, लेकिन एशियाई लोगों के बाल 1.3 सेमी/मास की रफ़्तार से बढ़ते हैं। हालाँकि एशियाई लोगों के बालों का घनत्व दुनिया में सबसे कम है। अफ़्रीकी लोगों के बाल सबसे धीमी गति (0.9 सेमी/मास) की रफ़्तार से बढ़ते हैं, लेकिन उनके बालों का घनत्व दुनिया में सबसे अधिक है। आप उनके बालों को देखकर सहजता से इस तथ्य का परिक्षण कर सकते हैं।

16. अभी तक दुनिया में सबसे लम्बे बाल जी जिउपिंग के रहे हैं जिनके बालों की लम्बाई 18 फीट 5.5 इंच थी। पर इतने लम्बे बालों को पाने के लिये उन्हें लगभग 30 साल तक इनकी देखरेख करनी पड़ी।

17. सभी हेयर फोल्लिकल्स, जो बालों के जन्मदाता हैं, का निर्माण तभी हो जाता है जब भ्रूण सिर्फ पाँच मास का होता है। यह किसी इन्सान के पूरे जीवन में दोबारा कभी नहीं बनते हैं।

18. जब शिशु का जन्म होता है तब उसके सिर के 1 वर्ग सेमी में लगभग 1000 रोमकूप होते हैं जो आयु बढ़ने के साथ कम होते जाते हैं।

19. प्रत्येक कूप जीवनभर मे लगभग 20 बार एक पूर्णतया नया बाल पैदा करता है।

20. बोन मैरो के पश्चात बाल, शरीर का सबसे तेज गति से बढ़ने वाला उतक है।

21. जब बाल की एक लट टूटती या उखडती है तो उसके स्थान पर एक दूसरी नयी लट बढ़ने लगती है।

22. हमारे शरीर में कुचालक वसा परतें होती हैं, लेकिन शरीर में इनका अभाव सिर्फ हमारे सिर में होता है। इसी कारण से बाल भी कुचालक की तरह व्यवहार करते हैं।

23. बाल की औसत उम्र 5 साल होती है और 90 प्रतिशत से अधिक बाल लगातार बढ़ते रहते हैं, हालाँकि पलकों के बाल औसतन सिर्फ 150 दिन तक ही रहते हैं।

 

Cool Facts about Hair Growth in Hindi

 

Hair Growth बालों की वृद्धि

24. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों के बालों की बनावट भी अलग-अलग ढंग की होती है। जैसे -एशियाई लोगों के बालों की अनुप्रस्थ काट ( Cross-section) गोलाकार होती है, यूरोपियन लोगों के बालों की अंडाकार और अफ़्रीकी और अमेरिकी लोगों के बाल चपटे आकार के होते हैं।

25. सुनहरे बालों वाली स्त्रियों के सिर पर लाल-काले रंग के बालों वाले लोगों की तुलना में अधिक बाल होते हैं। उनके सिर पर औसतन 140,000 बाल होते हैं जबकि काले-भूरे रंग के बाल वाले लोगों के सिर पर लगभग 100,000 बाल और लाल रंग के बाल वाले लोगों के सिर पर 80,000 बाल होते हैं।

26. एशियाई लोगों के बाल किसी अन्य महाद्वीप में रहने वाले लोगों की तुलना में संसार में सबसे अधिक लचीले होते हैं। इसके अतिरिक्त गर्म/उष्ण-कटिबंधीय जलवायु होने के कारण एशियाई लोगों के बाल अन्य जातियों की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ते हैं।

27. बाल सजीव और निर्जीव के बीच की कड़ी है। सजीव इसलिये नहीं, क्योंकि यह मृत कोशिकाओं से निर्मित होते हैं व इन्हें काटने पर दर्द नहीं होता। निर्जीव इसलिये नहीं हैं क्योंकि इनकी जड़ें सजीव होती हैं और यह निरंतर वृद्धि करते रहते हैं।

28. स्त्रियों के बाल पुरुषों की तुलना में पतले होते हैं, क्योंकि औरतों के बालों की औसतन मोटाई पुरुषों के बालों की आधी होती है।

29. बालों पर मौसम का प्रभाव भी बड़ा असर डालता है गर्म जलवायु में रहने वाले लोगों के बाल शीत जलवायु में रहने वालों की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।

30. शरीर में सिर और चेहरे के बाल (स्त्रियाँ नहीं) सबसे अधिक वृद्धि करते हैं। उसके पश्चात जननांगों और काँख के बालों का स्थान आता है।

31. बाल .3 से .5 मिमी/प्रतिदिन की गति से बढ़ते हैं, इसलिये यदि आज किसी बाल का निर्माण आरम्भ हो तो आप उसे अपने सिर पर 10 दिनों के बाद ही देख पायेंगे।

32. जैसे-जैसे इन्सान की उम्र बढती जाती है वैसे-वैसे बालों के बढ़ने की गति भी कम होती जाती है।

33. स्त्रियों की यह धारणा कि बालों की ट्रिमिंग करने से बाल बढते हैं, गलत है; ऐसा नहीं होता।

Hair Disease बालों के रोग

34. कैंसर के इलाज में प्रयुक्त होने वाली कीमोथेरेपी से बालों का झड़ना और व्यक्ति का गंजा होना एक निर्विवाद सत्य है। दरअसल इसके पीछे वास्तविक कारण यह है कि कीमोथेरेपी शरीर की उन कोशिकाओं को ख़त्म कर देती है जो बहुत तेजी से बढती है। चूँकि रोमकूप कोशिकाएँ भी बहुत तेजी से बढती हैं और विभाजित होती हैं, तो कीमोथेरेपी उन्हें भी ख़त्म कर देती है। यही कारण है कि व्यक्ति के सभी बाल झड जाते हैं।

35. इस दुनिया में हर इन्सान के प्रतिदिन 25 से 100 बाल तक गिरते हैं। बालों के स्वास्थ्य के अनुरूप यह संख्या कम या ज्यादा हो सकती है।

36. क्रैश डाइटिंग से बालों के झड़ने की अस्थायी समस्या उत्पन्न हो सकती है।

37. दुनिया में लगभग 40 प्रतिशत औरतें मेनोपाज की उम्र तक पहुँचने तक बाल झड़ने की समस्या से ग्रस्त हो जाती हैं।

38. जबकि 50 प्रतिशत आदमी, 50 की उम्र तक पहुंचने तक आदमियों वाले गंजेपन का शिकार हो जाते हैं।

39. थाइरोइड की समस्या से भी व्यक्ति गंजेपन का शिकार हो सकता है।

40. अधिकांश दवाइयाँ (एलोपैथिक) बाल झड़ने की समस्या को बढाती हैं।

41. इससे पहले कि आपको यह पता चले कि आप गंजे हो रहे हैं आपके सिर से कम से कम 50 प्रतिशत बालों को गिरना होगा।

42. आयरन की कमी से भी बालों के झड़ने की समस्या पैदा हो सकती है।

 

Wonderful Facts about Human Hair in Hindi

 

Color of The Hair बालों का रंग

43. बालों का रंग मुख्य रूप से जेनेटिकली या आनुवंशिक रूप से निर्धारित होता है और यह मेलानिन नामक पिगमेंट की मात्रा के ऊपर निर्भर करता है। यही कारण है कि बाल भूरे, काले, हल्के भूरे या हल्के लाल रंग के नजर आते हैं।

44. बालों के सफेद होने के पीछे मुख्य कारण भी इसी पिगमेंट की कमी है जो उम्र बढ़ने के साथ-साथ या किसी बीमारी की दशा में छोटे-छोटे हवा के बुलबुलों से प्रतिस्थापित हो जाता है। यह सुनने या पढने में आश्चर्यजनक अवश्य लग सकता है, लेकिन सत्य यही है कि श्वेत रंग वाले बालों में हवा के यह सूक्ष्म बुलबुले ही होते हैं जिसके कारण हमें बाल सफ़ेद नजर आते हैं।

45. सन 1950 तक दुनिया भर में सिर्फ 5 प्रतिशत औरतें ही बालों को रंगने के लिये डाई का प्रयोग करती थीं, पर आज संसार की 75 प्रतिशत से भी अधिक स्त्रियाँ ऐसा करती हैं।

46. दुनिया में बालों का सबसे आम रंग काला है जबकि लाल रंग सबसे दुर्लभ होता है।

47. प्राचीन समय में रोमन साम्राज्य की स्त्रियाँ कबूतर की बींट (मल) को बालों को रंगने के लिये इस्तेमाल करती थीं।

48. पूरी दुनिया में सिर्फ चार प्रतिशत लोगों के ही बाल कुदरती रूप से लाल होते हैं।

49. हल्के रंग के बालों में गहरे रंग के बालों की तुलना में कम कार्बन होता है।

50. भूरे बालों को वैज्ञानिक रूप से कैनीटीज (Canities) कहा जाता है।

Advantages of The Hair बालों के लाभ

51. इन्सान के बालों से उसके शरीर और स्वास्थ्य की ठीक उसी तरह से जाँच की जा सकती है जैसे कि उसके रक्त से। बाल की एक लट से शरीर में उपस्थित दवाइयों, ड्रग्स, विटामिन, मिनरल और शराब का स्तर जाँचा जा सकता है।

52. सीधे खड़े बाल हवा को फाँस लेते हैं जो एक कुचालक परत (Insulating Layer) के रूप में कार्य करती है। देखा जाय तो यह एक प्रभावशाली उष्णता पैदा करने वाला प्रक्रम (Warming Mechanism) है, विशेषकर तब जब कंकंपी छूट रही हो।

53. बाल जहाँ स्त्री और पुरुष के बीच के अंतर को सहजता से प्रकट करते हैं, वहीँ यह दोनों ही लिंगों की सुंदरता में भी वृद्धि करते हैं – पुरुषों के चेहरे पर दाढ़ी और मूँछ के रूप में और स्त्रियों के सिर के लम्बे घने बालों के रूप में।

54. बाल त्वचा के आन्तरिक हिस्सों की सफाई का प्राकृतिक साधन उपलब्ध कराते हैं, क्योंकि रोमकूपों के जरिये ही त्वचा की आन्तरिक परतों का मल पसीने और मैल के रूप में बाहर निकलता है।

55. चूँकि बाल ऊष्मा के कुचालक होते हैं, इसीलिये यह शरीर से अनावश्यक जैव विद्युत् चुम्बकीय उर्जा का क्षरण भी रोकते हैं।

56. बाल अत्यधिक शीत से शरीर की सुरक्षा करने में सहायता करते हैं, क्योंकि यह अपने निकट से गुजरने वाली वायु को ट्रैप कर लेते हैं।

57. यह सुनने में अटपटा अवश्य लग सकता है कि बाल भी मनुष्य के व्यक्तित्व को निर्धारित करते हैं। पर एक सर्वेक्षण का कहना है कि सुनहरे बालों वाले फ्लर्ट करने वाले और खुशमिजाज, काले-भूरे बालों वाले स्मार्ट और गंभीर तथा लाल बालों वाले मजबूत होते हैं।

 

Incredible Facts about The Hair in Hindi

 

Strength of The Hair बालों की शक्ति

58. इन्सान के सिर का एक बाल अपने वजन से 1000 गुणा से भी अधिक भार उठा सकता है जो तुलना करने पर स्टील से भी अधिक मजबूत सिद्ध होता है। बाल की एक लट सहजता से 100 ग्राम वजन उठा सकती है और सिर के सभी बाल मिलकर 2000 किलो से भी अधिक वजन उठा सकते हैं। देखा जाय तो आपके बाल एक हाथी को आराम से उठा सकते हैं।

59. इंसान के मरने के पश्चात उसके शरीर की वृद्धि और नयी कोशिकाओं का निर्माण होना रुक जाता है। शरीर के सभी अंग अपना काम बंद कर देते हैं, यहाँ तक कि जीवन द्रव्य के रूप में दौड़ने वाला रक्त भी फिर रक्त नहीं रहता। लेकिन इन्सान के बाल ही हैं जो उसके मरने के बाद भी कुछ समय तक निरंतर बढ़ते रहते हैं। हैं न आश्चर्यजनक!

60. बाल बहुत अधिक लचीले होते हैं। बाल की एक लट बिना किसी नुकसान के अपने मूल आकार से 30 प्रतिशत अधिक फ़ैल सकती है, हालाँकि काले घुँघराले बाल हल्के बालों की तुलना में कम लचीले होते हैं।

61. बाल की एक लट समान व्यास वाले तांबे के तार की तुलना में कहीं ज्यादा मजबूत होती है।

62. बाल की एक लट 2500 ग्राम तक का वजन सहन कर सकती है।

63. अगर कोई आदमी अपने पूरे जीवन में कभी भी दाढ़ी न कटवाये तो वह 25 फुट तक बढ़ सकती है। यह भले ही अतिश्योक्तिपूर्ण लगे पर संभव है, क्योंकि लगभग 15 फुट की दाढ़ी को हमने भी देखा है।

Weird Facts about The Hair बालों के बारे में विचित्र तथ्य

64. इन्सान के सिर पर 100,000 से 150,000 बाल होते हैं। एक व्यस्क और स्वस्थ व्यक्ति के सम्पूर्ण शरीर पर 3 लाख से अधिक बाल नहीं होते हैं। इसीलिये यह प्रचलित तथ्य कि व्यक्ति के शरीर पर करोड़ों बाल होते हैं, सही नहीं है।

65. बाल कभी भी हथेलियों, पैरों के तलवों, होंठों, पलकों और श्लेष्मा झिल्ली (Mucous Membrane) पर नहीं उगते हैं, हालाँकि यह शरीर के बाकी किसी भी स्थान पर उग सकते हैं।

66. प्राचीन यूनानवासी सोचते थे कि लाल बालों वाले लोग मरने के बाद खून पीने वाले पिशाच (वैम्पायर) बन जाते हैं। इसके अलावा वह सुनहरे बालों को वेश्यावृत्ति से जोड़कर देखते थे।

67. मनुष्य के बाल सिर्फ सेक्स की कल्पना करने से भी तेज गति से बढ़ते हैं।

68. एक आदमी अपनी पूरी जिंदगी के 5 महीने शेविंग करने में गुजार देता है जबकि स्त्रियाँ सप्ताह में तीन घंटे अपने बालों को संवारने में खर्च कर देती हैं।

69. दुनियाभर में लोग प्रतिवर्ष 200 अरब डॉलर से भी ज्यादा पैसा, सिर्फ अपने बालों पर खर्च कर देते हैं।

“कहते हैं कि हंस दूध को पानी से अलग करके पी जाता है, यह तथ्य कितना सही है, इसके बारे में तो हम कुछ नहीं जानते हैं। लेकिन यह अवश्य सत्य है कि बाल पानी से तेल को अलग करके अवशोषित कर लेते हैं।”

 

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