Last Updated on December 25, 2018 by Jivansutra

 

Dream Meaning in Hindi: Sapno Ka Arth Aur Rahasya

 

“यह कहना मुश्किल है कि क्या असंभव है, क्योंकि कल का सपना आज की आशा है और आने वाले कल की वास्तविकता है।”
– रॉबर्ट एच. गोद्दार्डू

 

Dreams are Mirror of Our Life सपने हमारे जीवन का दर्पण हैं

मनुष्य एक उच्च मानसिक शक्तियों से युक्त प्राणी है। शारीरिक शक्ति के मामले में न जाने कितने पशु इंसानों से बढ़-चढ़कर हो सकते हैं, लेकिन उन्नत बौद्धिक क्षमता और अत्यंत विकसित मस्तिष्क के सन्दर्भ में मनुष्य जाति बेजोड़ है, और इस संसार का कोई भी प्राणी उसके सामने कहीं नहीं ठहरता। शायद यह भी एक कारण हो सकता है कि जीवों की समस्त प्रजातियों में सिर्फ मनुष्य ही सपने देखते हैं और वही उन Dreams का Meaning भी समझ सकते हैं।

लगभग सभी मनुष्य अपनी पूरी जिंदगी में अनेकों तरह के सपने देखते हैं। कभी-कभी तो व्यक्ति एक दिन में ही कई सपने देख लेता है और कभी-कभी कई-कई दिन तक कोई सपना दिखाई नहीं देता। अनेकों लोग जहाँ बुरे सपने देखकर डर जाते हैं और अच्छे सपने दिखाई देने पर अच्छा महसूस करते हैं, वहीँ ज्यादातर लोगों के लिए ड्रीम्स की कोई महत्ता ही नहीं होती।

इसे स्वप्न-विज्ञान के विषय में उनकी अज्ञानता कह लीजिये या अत्यंत व्यस्तता से भरा भाग-दौड़ का वह जीवन जो उन्हें किसी भी घटना को सूक्ष्मता से जानने नहीं देता। मनुष्यों ने सीमित क्षमतायुक्त अपने चेतन मन पर इतना अधिक भार लाद दिया है कि अगर वह किसी वस्तु के रूप में रहा होता, तो शायद उसके चीथड़े उड़ जाते।

लेकिन वहीँ दूसरी ओर वे इस चेतन मन से हजारों गुना अधिक शक्तिशाली अवचेतन मन की ओर से इतने अधिक उदासीन हैं कि यदि मनुष्यों को कभी सपने दिखाई न देते, तो शायद उन्हें दूसरी चीज़ों की तरह इसके अस्तित्व के बारे में भी दृढ अविश्वास पैदा हो गया होता।

 

Meaning of Dreams in Hindi सपनों का अर्थ

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार सोते समय की चेतना की विभिन्न अनुभूतियों को ही ड्रीम या स्वप्न कहते हैं। सपने इंसान की यादों, भावनाओं, कल्पनाओं, सोच, विचारों, इच्छाओं और उसके डर का मिला-जुला प्रारूप है। आम तौर पर हम ड्रीम्स में उन्हीं बातों को देखते हैं जिनके संस्कार हमारे मस्तिष्क पर बन जाते हैं। ड्रीम के अनुभव की तुलना मृगतृष्णा के अनुभवों से की गई है।

क्योंकि मरीचिका की तरह यह भी एक प्रकार का विभ्रम ही है जो जागते ही खत्म हो जाता है। सपने में सभी वस्तुओं का अभाव होते हुए भी अनेकों तरह की वस्तुएँ दिखाई देती हैं। ड्रीम्स की घटनाएँ हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य तीनों कालों से संबंध रखती हैं। स्वप्न की अवस्था हमारे अस्तित्व की एक विचित्र अवस्था है जिसमें लगभग 99.9% अनुभवकर्ता नहीं जानते हैं कि वह स्वप्न देख रहा है।

लेकिन इस दुनिया में कुछ ऐसे बुद्धिमान लोग भी है जिनका दिमाग क्षमता से अधिक सोचने लगता और जो स्वप्न अवस्था में भी खुद को पहचान लेते है। भारतीय दर्शन के अनुसार स्वप्न अवस्था, चेतना की चार अवस्थाओं में से एक है। हमारी चेतना की तीन अन्य अवस्थाएँ हैं – जाग्रत अवस्था, सुषुप्ति अवस्था और तुरीय अवस्था। तुरीय अवस्था सिर्फ योगियों और उच्च स्तर के साधकों में ही देखने को मिलती है।

चूँकि स्वप्न अवस्था चेतना की जाग्रत और सुषुप्ति अवस्था के बीच की स्थिति है, इसीलिये स्वप्न और जाग्रत अवस्था में अनेक प्रकार की समानताएँ देखने को मिलती हैं। सिग्मंड फ्रायड ने स्वप्नरचना के चार प्रकार बताये हैं, जो इस प्रकार हैं – संक्षेपण, विस्तारीकरण, भावांतरकरण तथा नाटकीकरण। उनके अनुसार ड्रीम्स के दो रूप होते हैं – पहला अप्रकाशित और दूसरा प्रकाशित।

जिस सपने को हम याद रख पाते हैं वह प्रकाशित रूप है और जिसे हम भूल जाते हैं, वह अप्रकाशित रूप कहलाता है। फ्रायड के अनुसार सपने वास्तविक जीवन में हमारी दमित इच्छाओं, विशेषकर कामवासना का परिणाम हैं, जबकि कार्ल जुंग के अनुसार सपने सिर्फ इच्छाओं के दमन से नहीं, बल्कि गहन आध्यात्मिक अनुभूतियों से भी उपजते हैं।

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Dream Reflects Our Destiny सपने हमारी नियति को प्रतिबिंबित करते हैं

अगर हम इस प्रकृति में घटने वाले सूक्ष्म घटनाक्रमों के विषय में कभी कुछ नहीं जान पाते हैं, तो इसका कारण सिर्फ यह है कि न तो हमारे मन में कभी सत्य को जानने की जिज्ञासा ही जन्म लेती है और यदि कभी कुछ जानने की इच्छा होती भी है तो वह हमारे कमजोर और डांवाडोल मन के कारण जल्दी ही दम तोड़ देती है।

खैर, इस लेख ‘Meaning of Dreams in Hindi‘ में हमारा उद्देश्य न तो सपनों का वैज्ञानिक विश्लेषण है और न ही मनोविज्ञान के गूढ़ और जटिल तथ्यों का प्रकाशन, क्योंकि यह विषय हमारे अत्यंत सूक्ष्म व जटिल मानवीय अंतःकरण की गहन परीक्षा की मांग करता है। आगे समय मिलने पर इस पर विस्तार से अवश्य चर्चा की जायेगी।

विशेष – कृपया इस लेख को अंत तक ध्यान से पढ़ें, क्योंकि यदि आप अपने सपनों का सही-सही अर्थ जानना चाहते हैं, तो स्वप्न विज्ञान को सही प्रकार से समझना ही पड़ेगा। अन्यथा आप अपने सपनों से कुछ भी नहीं समझ पायेंगे और एक वेबसाइट से दूसरी वेबसाइट पर अपने सपनों का अर्थ जानने के लिये परेशान होते रहेंगे।

अगर आप इस लेख को पूरा नहीं पढना चाहते हैं, तो नीचे दिए लिंक से अपने सपनों के फल की जानकारी तुरंत ले सकते हैं। लेकिन हमारा विनम्र अनुरोध है कि आप यह लेख गंभीरता से पूरा और अंत तक पढ़ें, जिससे आपको हर चीज बारीकी से समझ में आ सके।

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Why We See Dreams हमें सपने क्यों दिखाई देते हैं

सपनों का हमारे अस्तित्व से उसी प्रकार से अटूट सम्बन्ध है जैसे सूर्य का प्रकाश से, अग्नि का उसकी ऊष्मा से। जब तक हम अपने स्वरुप में प्रतिष्ठित नहीं हो जाते, तब तक हम इनसे बचना चाहकर भी इनसे पीछा नहीं छुड़ा सकते हैं। महर्षि पतंजलि प्रणीत योगदर्शन और आधुनिक मनोविज्ञान के अनुसार हम जो कुछ भी करते हैं, जैसा भी विचार मन में लाते हैं वह हमारे चित्त या मन पर उर्जा के एक सूक्ष्म संस्कार के रूप में सदा के लिए अंकित हो जाता है।

जैसा कि हम अपने बचपन में ही पढ़ चुके हैं कि द्रव्य और उर्जा अविनाशी है। इनका केवल स्वरुप ही परिवर्तित होता है, इन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता, जो कि महान वैज्ञानिक आइंस्टीन के विख्यात सापेक्षता के सिद्धांत से भी संपूर्ण वैज्ञानिक जगत को मान्य है। यही सूक्ष्म उर्जा संस्कार स्वप्न जगत की आधारशिला रखते हैं।

मनोविज्ञान मनुष्यों की मानसिक संरचना को दो हिस्सों में बाँटता है – पहला अंश है हमारा चेतन मन, जिससे हम जागते हुए अपने सभी कार्य करते हैं, जैसे खाना-पीना, व्यवसाय करना, देखना-चलना आदि। जाग्रत अवस्था में हमारा सारा व्यवहार इसी चेतन मन के जरिये चलता है। इसकी शक्ति सीमित है और जब हम थक कर सो जाते हैं, केवल तभी यह कार्य के भीषण दबाव से मुक्त होता है।

हमारे मन का दूसरा भाग है – अवचेतन मन जो बहुत ज्यादा शक्तिशाली है और जिसकी सामर्थ्य के विषय में आधुनिक मनोविज्ञान अभी तक ठोस रूप से कुछ नहीं कह पाया है। यह मन हमारे शरीर की अधिकांश जैविक क्रियाओं को, मानसिक शक्तियों को और अप्रत्यक्ष रूप से सारे जीवन को नियंत्रित करता है।

प्रेरणा देना, संकल्प-विकल्प, हर्ष-शोक और भावनाओं पर नियंत्रण करने समेत न जाने ऐसे कितने कार्य हैं जिन्हें अवचेतन मन संपन्न करता है। यह सामान्य स्थिति में चेतन मन की प्रबलता के कारण प्रसुप्त रहता है, लेकिन जैसे ही हम निद्रा के अधीन होते हैं, यह अपना कार्य आरम्भ कर देता है।

Mysterious Science of Dreams सपनों का रहस्यमय विज्ञान

सपने चित्रों, विचारों, भावनाओं और उत्तेजनाओं का एक प्रवाह है, जो नींद के दौरान हमारे मन में अनैच्छिक रूप से घटित होता है। सपनों का वैज्ञानिक अध्ययन, जिससे हम उनका मतलब समझ सकते हैं, स्वप्न विज्ञान (Oneirology) कहलाता है। सपने मुख्य रूप से नींद की REM (Rapid Eye Movement) Stage के दौरान आते हैं। जब मस्तिष्क ज्यादा क्रियाशील होता है और ऐसे व्यवहार करता है जैसे वह जाग्रत अवस्था में करता है।

रैपिड ऑय मूवमेंट स्लीप का पता सोते समय आँखों के लगातार गतिशील होने से चलता है। कभी-कभी सपने नींद की दूसरी अवस्थाओं में भी दिखायी दे सकते हैं, लेकिन यह अक्सर धुंधले होते हैं और लम्बे समय तक याद नहीं रहते। सपने, अवचेतन मन में घटने वाली वह क्रियाएँ हैं जो सूक्ष्म रूप से, बीज रूप में हमारे चित्त में मौजूद हैं, पर जिन्हें हमारे चेतन मन के कारण फलीभूत होने का अवसर नहीं मिल सका।

क्योंकि या तो कार्य के दबाव के कारण हम उनके विषय में भूल गये या उन्हें बेकार समझकर उनकी ओर से उदासीन हो गये। हम भले ही अपनी किसी अक्षमता के कारण उन्हें भूल जाँय, बीज रूप में हमारे अंतःकरण में उपस्थित ये उर्जा के संस्कार, निश्चित समय पर अपने स्वरुप को प्रकट करते हैं। फिर चाहे यह सपने में दिखने वाला एक काल्पनिक द्रश्य हो या फिर हमारे जीवन में घटने वाली एक वास्तविक घटना।

 

Sapno Ka Rahasya in Hindi सपनों का रहस्य

अब चूँकि जागते समय व्यक्ति कुछ न कुछ कार्य हमेशा ही करता रहता है, कोई न कोई विचार उसके मस्तिष्क में अवश्य उठता रहता है, इस कारण से मनुष्य के चित्त पर कर्मों से पैदा होने वाले, उर्जा के ये सूक्ष्म संस्कार करोड़ों-अरबों की संख्या में इकट्ठे हो चुके हैं। उर्जा के यह संस्कार किस रूप में और तीव्रता के किस स्तर पर अपने स्वरूप को प्रकट करेंगे, यह कर्म करते समय हमारे मन की भावनाओं का आवेग तय करता है।

जिस कर्म के पीछे मनोयोग जितना अधिक होगा, उसका संस्कार उतना अधिक तीव्र होगा। इस तरह देखा जाय तो, सपने हमारे वर्तमान जीवन और भविष्य में घटने वाली छोटी-बड़ी घटनाओं का संकेत करते हैं। कभी-कभी तो ये संकेत जब सत्य बनकर हमारे सामने प्रकट होते हैं, तो हम आश्चर्य से दंग रह जाते हैं। लेकिन अधिकांश समय सपने केवल सपने ही सिद्ध होते हैं।

सपनों का क्या मतलब है? यह हमें क्यों दिखाई देते हैं? और आखिर ये हमें क्या रहस्य बताना चाहते हैं? और इन सपनों में छुपे सत्यों को किस तरह से समझा जाय? यही हमारे प्राचीन ऋषियों द्वारा प्रणीत स्वप्नशास्त्र का उद्देश्य है। सपनों में दिखाई देने वाले द्रश्यों से अपने जीवन में घटने वाली घटनाओं का बिल्कुल सही आँकलन करना एक अत्यंत विवेकशील व्यक्ति के लिए ही संभव है।

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ज्योतिष से समझिये अपने सपनों के रहस्य

इसके लिए न केवल आपको सपनों में दिखाई देने वाली घटनाओं की तीव्रता का स्तर समझना होगा, बल्कि यह भी जानना होगा कि उन्हें अपने जीवन के किस विशेष घटनाक्रम से जोड़कर देखना है। हो सकता है कि दो व्यक्तियों को एक जैसा ही सपना दिखाई दे, लेकिन उनका परिणाम दोनों के लिए बिल्कुल अलग-अलग भी हो सकता है।

कोई भी व्यक्ति केवल श्रद्धा और विश्वास के सहारे ही किसी विशेष ज्ञान को ग्रहण कर सकता है। अतः द्रष्टिकोण को विस्तृत और सत्य को अविश्वसनीय और दुर्विज्ञेय समझकर न समझ में आने वाली बातों को ग्रहण करें, तभी आप इस लेख से कुछ लाभ उठा पाएंगे। प्रकृति अनंत रहस्यों को आत्मसात किये हुए है।

जिन्हें इन रहस्यों को अनावृत करके सत्य को जानने की प्रबल जिज्ञासा है, उन्हें अनुभव और तितिक्षा के कठोर धरातल से बार-बार टकराना पड़ेगा और सब कुछ जानने के लिए एक जिंदगी तो क्या दस जीवन भी बहुत कम हैं। अतः दूसरों के जाने हुए पर विश्वास करना ही हमारे सम्मुख एकमात्र विकल्प बचता है और तभी हम दूसरों के अनुभव से अपना कुछ हित सिद्ध कर पायेंगे।

 

Know Meaning of Dreams in Hindi स्वप्न शास्त्र

स्वप्न-शास्त्र में, सपनों में दिखाई देने वाले द्रश्यों से कुछ महत्वपूर्ण और सही जानकारी पाने के उद्देश्य से, मुख्य रूप से इन 4 बातों पर विचार किया जाता है, जिन्हें आपको सदा स्मरण रखना चाहिये –

1. Time When You saw The Dream स्वप्न दिखाई देने का समय

सबसे पहले सपने देखने वाले इन्सान (स्वप्नद्रष्टा) को यह पता होना चाहिये कि जिस समय उसे सपना दिखा था तब समय क्या था? क्योंकि अलग-अलग समय पर देखे गये सपनो का फल/अर्थ भी अलग-अलग हो सकता है। सामान्य नियमानुसार (मतस्य पुराण मत) रात्रि के पहले पहर में देखे गए स्वप्न देखने वाले को एक वर्ष में, दूसरे पहर में देखे गये छह महीने में, तीसरे पहर में देखे गये तीन महीने में तथा चौथे पहर में देखे गये एक महीने में फल देते हैं।

सूर्योदय के समय देखे जाने पर दस दिन में ही फल प्राप्त होता है। एक दिन और रात में कुल मिलाकर 8 पहर होते हैं। भारतीय कालगणना में चार पहर का दिन माना जाता है और चार पहर की रात, अर्थात दिन और रात दोनों में 12-12 घंटे होते हैं। इस तरह से तीन घंटे का एक पहर होता है। इस नियम के अनुसार रात्रि का पहला पहर 6:00 P.M. से 9:00 P.M. तक और अंतिम पहर 3:00 A.M. से 6:00 A.M. तक माना जाता है।

यदि एक ही रात में शुभ और अशुभ – दोनों तरह के सपने दीख पड़ें, तो जो उनमे बाद में दिखाई पड़े उसी को ठीक समझना चाहिये। इसीलिये कहा जाता है कि अच्छे सपने देखने पर हमें दुबारा नहीं सोना चाहिये।

2. Psychological Condition of Person व्यक्ति की मानसिक स्थिति

सपने का सही आँकलन करने के लिए व्यक्ति की मानसिक (आत्मिक) स्थिति भी बहुत महत्वपूर्ण कारक है। पागल, अर्ध-विक्षिप्त, चिंताओं से दुखी, शंकालु और डाँवाडोल मनःस्थिति वाले लोगों के लिए स्वप्न-विज्ञान से अधिक लाभ उठा पाना संभव नहीं है। क्योंकि उनकी चेतना पर छाए अनावश्यक संस्कार और अत्यंत कमजोर मन उनके लिए कोई स्पष्ट सन्देश दे पाने में समर्थ नहीं है।

उनके सपनों में उनके वर्तमान जीवन के दुःख और चिंताएँ ही रूप बदल-बदलकर प्रकट होते हैं। आपका मन जितना निर्मल, शुद्ध और शक्तिशाली होगा, सपनों में छुपे सन्देश भी उतने ही स्पष्ट होंगे और घटनाओं का आँकलन करने में भी उतनी ही ज्यादा आसानी होगी।

इसीलिये अगर आप Dreams का वास्तविक Meaning जानना चाहते हैं तो अपने मन को निर्भार रखे, उस पर अनावश्यक कार्यों का और बेतरतीब विचारों का बोझा मत डालिये। यह आपके लिए ही हितकारक है, क्योंकि ऐसा करने से आपकी बहुत ही मूल्यवान जीवन उर्जा नष्ट होने से बच जाती है।

3. Lifestyle of Person सपने और व्यक्ति की जीवनशैली

आपकी जीवनशैली आपको दिखाई देने वाले सपनों पर गंभीर प्रभाव डालती है। जिस तरह से हम इस बाह्य जगत में अपने काम एक भौतिक घडी की मदद से समय पर करते हैं, ठीक उसी प्रकार से हमारा शरीर भी अपनी जैविक घडी के अनुसार अपने क्रियाकलाप निश्चित समय पर पूर्ण करता है। वैसे तो हम चाहे जब खा लेते है, चाहे जब सो जाते हैं, चाहे जब पढने-लिखने लगते हैं, या फिर दूसरे काम करने लगते हैं।

लेकिन हमारे शरीर की भूख का, सोने का, जागने का, पढने-लिखने का एक निश्चित समय होता है और उस समय हमारा शरीर अपनी संपूर्ण शक्ति से उस चीज की मांग करता है। पर दूसरी बातों की तरह, हम यहाँ पर भी लापरवाही और उदासीनता बरतने से बाज नहीं आते। नतीजा – न तो सही तरह से शरीर को पोषण मिलता है, न ही मन स्वस्थ रह पाता है।

यह जैविक घडी जो हमारी जैविक क्रियाओं को नियंत्रित रखती है, हमारे अवचेतन मन में होती है और यह किसी काम को लम्बे समय तक अपनी दिनचर्या में उतार लेने से निर्मित होती है। यदि हम इसकी क्रिया-प्रणाली को सही तरह से समझ जाँय तो न केवल हमें अपने जीवन का प्रबंधन करने में आसानी होगी, बल्कि भविष्य में घटने वाली घटनाओं का, सपनों के माध्यम से स्पष्ट संकेत भी प्राप्त हो सकता है।

4. Type and Intensity of Dream स्वप्न का प्रकार और तीव्रता

सपनों को मुख्य रूप से दो भागों में बाँट सकते हैं – अच्छे या शुभ स्वप्न, बुरे या अशुभ स्वप्न। जहाँ शुभ स्वप्न हमें हमारे जीवन में होने वाले अच्छे कर्म, लाभ की प्राप्ति, भौतिक संसाधनों के जुटने और कार्यों के सफल होने की सूचना देते हैं। वहीँ दूसरी ओर अशुभ स्वप्न, कार्य के असफल होने, नुकसान और संकट की सूचना देते हैं। इसके अलावा स्वप्न कितनी बार दिखाई दिया यह बात भी बहुत महत्वपूर्ण है।

यदि कोई सपना आपको प्रतिदिन, एक निश्चित समय पर, लम्बे समय तक दिखाई देता है, तो समझिये कि जिस घटना की ओर वह इशारा कर रहा है। वह आपके जीवन में बहुत जल्दी ही और अवश्यम्भावी रूप से घटित होकर रहेगी। चूँकि लगभग सभी लोग अपने पुरुषार्थ के फल के बारे में अनभिज्ञ होते हैं और न चाहते हुए भी हमारा चिंतनशील मन उन पर चिंतन करना शुरू कर देता है।

जो कार्य सफल होने पर प्रसन्नता और असफल होने पर दुःख की भावनाएँ प्रसारित करता है। सपनों के जरिये हमें वास्तविक परिणाम पता चलने से पूर्व ही कार्यसिद्धि के विषय में पता चल जाता है और इस तरह हमारी काफी उर्जा नष्ट होने से बच जाती है जिसे हम अनजाने ही अनियंत्रित विचारों के रूप में नष्ट कर देते हैं।

 

Top 10 Dreams in Hindi सबसे प्रचलित सपने

अगले लेखों में स्वप्न फल का वर्णन आरंभ करने से पहले हम आपको संसार के उन दस सबसे ज्यादा देखे जाने वाले सपनों के बारे में बताना चाहते हैं, जो दुनिया में ज्यादातर लोगों को दिखाई देते हैं। धरती पर शायद ही कोई ऐसा इन्सान होगा जिसने अपने पूरे जीवन में इनमे से कोई एक सपना न देखा हो –

1. सपने में अपने आप को या किसी दूसरे को नंगा देखना
2. स्वप्न में स्त्रियों को देखना या उनका आलिंगन करना
3. सपने में पैसे खोजना या चुनना
4. सपने में ऊँचाई से गिरना

5. सपने में अपनी या दूसरे की मृत्यु देखना
6. सपने में नागों या साँपों को देखना
7. सपने में अपना या दूसरे का विवाह देखना

8. सपने में यात्रा करते हुए देखना
9. सपने में भूत-पिशाच को देखना
10. सपने में खुद को उड़ते हुए देखना

Meaning of Dream in Hindi कैसे समझे अपने सपनों को

अब हम आपको बता रहे हैं कि आपको अपने सपनों को किस प्रकार से समझना है। स्वप्न विज्ञान में यह एक सामान्य नियम समझा जाता है कि जिन सपनों में आप अपने साथ अच्छा होते हुए देखते हैं, प्रायः उनका फल उल्टा मिलता है। जैसे – भले ही वास्तविक जीवन में शादी का होना अच्छा माना जाता है, लेकिन अगर आपकी सपने में शादी हो रही है, तो यह आपकी शादी में रूकावट और इससे संबंधित समस्याओं का संकेत करता है।

हालाँकि सभी मामलों में ऐसा नहीं होता है, लेकिन ज्यादातर मालों में अच्छे सपनों का फल उल्टा मिलता देखा गया है। नीचे हम आपको एक उदाहरण देकर इसे समझा रहे हैं। कृपया इसे ध्यान से समझें, ताकि आप अपने सपनों के रहस्यों को स्वयं ही अनावृत कर सकें और उनसे उपयोगी लाभ उठा सकें।

Money Meaning in Dream सपने में धन की प्राप्ति होना

यह सपना दुनिया का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला स्वप्न है, जो लोगों को, कई तरह से दिखता हैं। जैसे – राह चलते सोने और चांदी के सिक्के चुगना, नोटों के बण्डल उठाना, किसी व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति को प्रचुर धन उपहार में देना, अपने या अन्य किसी के ऊपर धन की वर्षा का होना, बहुत सारे धन का पैरों के नीचे पड़ा होना, किसी स्थान पर पड़े धन को संकेत रूप में दिखलाया जाना आदि।

हो सकता है कि यह स्वप्न आपको किसी अन्य रूप में दिखायी पड़ा हो। इन सभी सपनों में आपको धन अवश्य ही प्राप्त हुआ है, पर इसका तात्पर्य यह नहीं है कि वास्तविक जीवन में आपको धन निश्चित रूप से मिल ही जायेगा। जैसे – यदि आप स्वप्न में स्वयं को राह चलते सोने और चांदी के सिक्के चुगते देखते हैं, तो इसका यह अर्थ नहीं है कि आपको धन कहीं पर पड़ा हुआ मिल जायेगा।

बल्कि इसका तात्पर्य है कि आपको जल्दी ही एक ऐसा अवसर प्राप्त होने वाला है जो आपके लिए धन-प्राप्ति का कारण बनेगा, क्योंकि महत्वपूर्ण अवसर भी किसी धन से कम नहीं होता है। यह स्वप्न यह भी इंगित करता है कि आपको अपने जीवन में मिलने वाले छोटे-छोटे अवसरों का उपयोग करके ही आगे बढ़ना पड़ेगा।

एकदम से किसी बड़ी उपलब्धि या अवसर का मिलना संभव नहीं है। उपहार में धन-प्राप्ति का अर्थ है – आपको दूसरे के जरिये जल्दी ही कुछ लाभ होने वाला है, यह धन के रूप में भी हो सकता है और अन्य किसी साधन के द्वारा भी। धन-वर्षा का तात्पर्य है – आपके जीवन में सुख का दीर्घकाल के लिए आगमन होने वाला है, आपके सुकृतों का पुण्यफल एक साथ उदय हुआ है।

यह धन, कार्य-व्यवसाय की सफलता, इष्ट-मित्रों की प्राप्ति और अचानक प्राप्त हुए शानदार अवसर और उपलब्धि के जरिये आपके जीवन में घटित होगा। ठीक इसी तरह आप अपने दूसरे सपनों के संकेत समझ सकते हैं। अगले लेख में पढिये अच्छे व बुरे स्वप्नों का स्वरुप, कैसे समझे इन सपनों को और क्या करें जब दिखे बुरे सपने!

“यह सच नहीं है कि लोग सपनों का अनुसरण करना इसलिये बंद कर देते हैं, क्योंकि वे बूढ़े हो जाते हैं। वे बूढ़े इसलिये होते हैं, क्योंकि वे सपनो का पीछा करना बंद कर देते हैं।
– गैब्रिएल गार्सिया मार्खेज

 

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