Aloe Vera Juice Benefits and Uses in Hindi for Health

 

“एलोवेरा एक बेहद प्रभावशाली Herbal Medicine है, जिसका अधिकांश सौंदर्य प्रसाधनों और औषधियों में इस्तेमाल होता है। एलोवेरा का रस, न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने में मददगार है, बल्कि यह त्वचा के कई रोगों को दूर करने, स्त्रियों के मासिक धर्म को नियमित करने, रक्त-शर्करा का बढ़ा स्तर घटाने और घावों को ठीक करने में भी सक्षम है। सिर्फ इतना ही नहीं, यह मधुमेह, कैंसर और अल्सर जैसे रोग होने की सम्भावना को भी दूर करता है।”

 

Aloe Vera Juice Benefits and Uses in Hindi
ग्वारपाठा एक सर्वसुलभ और हर रोग में लाभदायक वनौषधि है

Aloe Vera Juice Benefits and Uses in Hindi: एलोवेरा (Aloe Vera) जिसे हिंदी में ग्वारपाठा, घृतकुमारी, क्वारगंदल और ग्रहकन्या के नाम से भी जाना जाता है, उष्णकटिबंधीय जलवायु (Tropical Climate) में पैदा होने वाला एक छोटा कंटीला क्षुप है। जो अपने औषधीय गुणों के कारण विख्यात है और लगभग सारे संसार में पाया जाता है। उम्मीद है, आपने भी कभी न कभी इसे गमलों में लगाया ही होगा।

एलोवेरा एक तनारहित या बहुत छोटे तने वाला पौधा है जो औसतन 40 से 60 सेमी ऊंचाई वाला होता है, हालाँकि यह 100 सेमी तक बढ़ सकता है। एलोवेरा का वानस्पतिक नाम, एलो बार्बाडेन्सीस मिलर (Aloe barbadensis miller) है और यह एस्फोडेलासिये (Asphodelaceae) कुल का पौधा है। Aloe Vera को रेगिस्तान की लिली और बर्न प्लांट के नाम से भी जाना जाता है।

एलोवेरा के पौधे में जड के समीप से ही बहुत सारी पत्तियाँ निकलती हैं जो संख्या में 15 से 125 तक हो सकती हैं। इसकी पत्तियाँ हरे-पीले रंग की, मोटी, गूदेदार, और किनारों पर से हल्की कंटीली होती है। इन पत्तियाँ की अधिकतम लम्बाई 75 सेमी तक हो सकती है। ग्वारपाठे में फूल गर्मियों के मौसम में आते हैं और यह पीले रंग के होते हैं।

Aloe Vera Herb in Hindi एलोवेरा की सामान्य जानकारी

Aloe Vera शब्द की उत्पत्ति अरबी शब्द एलो (Alloeh) से हुई है, जिसका अर्थ है – चमकदार कडवा पदार्थ (Shining Bitter Substance), जबकि Vera का लैटिन में अर्थ है – सच (True)। एलोवेरा का पौधा, स्वास्थ्य, सौन्दर्य, चिकित्सीय और स्किन केयर गुणों के कारण शताब्दियों से इस्तेमाल हो रहा है। अलेक्जेंडर (सिकंदर) और क्रिस्टोफर कोलंबस, इसे अपने सैनिकों के घावों को ठीक करने के लिये प्रयोग करते थे।

एलोवेरा को 20वीं सदी के आरम्भ से ही अमेरिका में एक रेचक के रूप में प्रयुक्त किया जाता था। Cosmetics Industry की भारी माँग के चलते, ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, अमेरिका, मैक्सिको, केन्या, दक्षिण अफ्रीका, क्यूबा और बांग्लादेश में एलोवेरा की व्यापक रूप से खेती की जाती है। यह कई Consumer Products के मुख्य घटक के रूप में प्रयुक्त होता है, जिनमे Beverages, Skin Lotion, Cosmetics, या Ointments शामिल हैं।

एलोवेरा (घृत कुमारी) का स्वाद बहुत ही कड़वा होता है, साथ ही यह पचने में भारी, चिकना और ठंडा भी होता है। Aloe Vera को बाग-बगीचों में एक सजावटी पौधे (Ornamental Plant) के रूप में भी उगाया जाता है। चूँकि इसे पानी की अधिक आवश्यकता नहीं होती है, इसीलिये इसे एक पॉट में आसानी से बंद स्थान पर रखा जा सकता है।

Nutritional Facts about Aloe Vera Herb in Hindi

यह हैं एलोवेरा में उपस्थित पोषक तत्व

एलोवेरा एक अद्भुत पौधा है। हरे रंग का यह पौधा अपनी पत्तियों में पानी इकठ्ठा करके रखता है जिसकी वजह से यह मोटी और माँसल हो जाती हैं। एलोवेरा की पत्ती का छिलका उतारने पर, आपको इसके अन्दर जेल जैसा द्रव भरा हुआ मिलेगा। इस जेल के अलावा, एलोवेरा की पत्तियों के सबसे निचले हिस्से से एक और तरह का रस निकलता है जिसे एलो लेटेक्स कहते हैं। इसमें भी खूब सारे पोषक तत्व होते हैं।

★ एलोवेरा को एक बहुत ही चमत्कारिक जड़ी बूटी के रूप में प्रसिद्धि हासिल है, क्योंकि इसमें जैविक रूप से क्रियाशील कई फायटोकेमिकल्स पाये जाते हैं। जैसे, ऐसटायलेटेड मन्नंस (Acetylated Mannans), पोलीमन्नंस (Polymannans), एन्थ्राक्विनोन C-ग्लाईकोसाइड्स (Anthraquinone C-glycosides), एन्थ्रोंस (Anthrones), और एमोडिन (Emodin) तथा कई लेक्टिंस (Lectins) जैसे दूसरे एन्थ्राक्विनोन (Anthraquinones)।

★ एलोवेरा में 75 प्रभावशाली सक्रिय घटक पाये जाते हैं, जिनमे विटामिन, मिनरल्स, एंजाइम्स, शुगर, लिग्निन, सैपोनिंस, सलीसाइक्लिक एसिड्स और एमिनो एसिड्स पाये जाते हैं। एलोवेरा में कैल्शियम, क्रोमियम, कॉपर, सेलेनियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, पोटैशियम, सोडियम और जिंक जैसे मिनरल्स पाये जाते हैं। यह शरीर के अन्दर कई एंजाइम सिस्टम की सुचारू गतिविधियों के लिये अनिवार्य हैं।

★ एलोवेरा में कोलेस्ट्रोल, कैम्पेस्ट्रोल, बीटा-सिसटेरोल और ल्युपियोल यह 4 स्टेरॉयड पाए जाते हैं। इन चारों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जबकि ल्युपियोल में एंटीसेप्टिक और एनाल्जेसिक गुण भी पाये जाते हैं।
औक्सिंस (Auxins) और गिब्बेरललिन्स (Gibberellins), एलोवेरा में पाये जाने वाले वह दो हारमोंस हैं, जो घावों को ठीक करने में मदद करते है और जिनमे एंटी-इन्फ्लेमेटरी (सूजन कम करने का) गुण होता है।

अत्यंत प्रभावशाली हैं एलोवेरा में उपस्थित तत्व

★ एलोवेरा में 8 एंजाइम पाये जाते हैं, जिनके नाम हैं – अल्लिअसे, फॉस्फटेज, एमिलेज, ब्रैडीकिनेज, कार्बोक्सीपेप्टिडेज, कैटालेज, सेल्युलेज, लिपेज और पेरोक्सीडेज। जब ब्रैडीकिनेज को त्वचा के ऊपर लगाया जाता है, तो यह बहुत ज्यादा सूजन/उत्तेजना को कम करने में मदद करता है। जबकि दूसरे एंजाइम शुगर और वसा को तोड़ने में सहायता करते हैं।

★ एलोवेरा में 12 एन्थ्राक्विनोनेस (Anthraquinones) पाये जाते हैं जो कि फिनोलिक यौगिक हैं। परंपरागत रूप से इन्हें लैक्जेटिव के रूप में जाना जाता है। इनमे से अलोइन और एमोडिन एनाल्जेसिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल के रूप में काम करते हैं।

★ मानव शरीर को जिन 22 एमिनो एसिड्स की आवश्यकता होती है, उनमे से 20 एलोवेरा में पाये जाते हैं। इनमे से 7 एमिनो अम्ल तो बेहद अनिवार्य होते हैं। इनमे से एक सैलीसाइक्लिक एसिड में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।

★ एलोवेरा में 6 एंटीसेप्टिक एजेंट्स, ल्युपियोल, सैलीसाइक्लिक एसिड, यूरिया नाइट्रोजन, सिनामोनिक एसिड, फिनोल्स और सल्फर पाये जाते हैं। इन सभी में फंगस, बैक्टीरिया और जीवाणुओं को रोकने की क्षमता होती है।

Amazing Health Benefits of Aloe Vera in Hindi

एलोवेरा जैल और लेटेक्स यह दोनों ही एलोवेरा के दो सबसे ज्यादा फायदेमंद हिस्से होते हैं। ग्वारपाठे में पाये जाने वाले फायटोकेमिकल्स की जैव सक्रियता (Bioactivity) का अभी भी व्यापक स्तर पर अध्ययन किया जा रहा है, जो दिल के रोग, डायबिटीज, अस्थमा और अस्थि रोग जैसी कई समस्याओं में एक प्रभावी उपचार सिद्ध हो सकते हैं।

1. पाचन संस्थान के लिये बहुत फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera is Beneficial for Digestive System in Hindi: एलोवेरा, पाचन संस्थान को क्रियाशील और स्वस्थ बनाये रखने में लाभदायक है। यह न केवल अंगों की पोषक तत्वों के अवशोषण की क्षमता को सुधारता है, बल्कि शरीर से विषैले पदार्थों को भी बाहर निकालता है। यह कई Gastrointestinal Problems जैसे कि IBS (Irritable Bowel Syndrome), कब्ज (Constipation), बवासीर (Piles), अम्लपित्त (Acidity) और गैस से बचाव करने में भी कारगर है।

Aloe Vera में पाए जाने वाले पोलीसैक्राइड्स (Polysaccharides) नामक यौगिक कई प्रकार के Digestive Disorders, यहाँ तक कि अल्सर को भी ठीक करने की क्षमता रखते हैं। एलोवेरा के जूस में रेचक गुण होता है जिसकी वजह से मल, आँतों में सरलता से आगे बढ़ सकता है।

एलोवेरा क्रोन डिजीज के उपचार में भी आराम देता है, साथ ही यह पेट दर्द और पेट फूलने जैसी समस्याओं में भी आशातीत लाभ प्रदान कर सकता है। अगर पेट में गैस बन रही हो तो 30 मिली एलोवेरा जूस में एक चम्मच शहद और आधा नींबू का रस मिलाकर पियें, आराम होगा।

एलोवेरा का जूस पीलिया में भी फायदा पहुँचाता है। एलोवेरा पर अभी तक हुई स्टडीज में इसका पेट के रोगों पर किसी प्रतिकूल प्रभाव का पता नहीं चला है, लेकिन रोचेस्टर यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) में एलोवेरा का सेवन नुकसानदेह सिद्ध हो सकता है।

2. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है एलोवेरा

Aloe Vera Boosts Immune System in Hindi: एलोवेरा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है जिससे व्यक्ति लम्बे समय तक उन खतरनाक Bacteria और Virus के संक्रमण से बचा रहता है, जो हर साल लाखों लोगों को मौत की नींद सुला देते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से एलोवेरा के विषनाशक गुण (Detoxifying Properties), Immune System को सशक्त बनाकर, इन्सान को लम्बे समय तक जीने में मदद करते हैं।

एलोवेरा इम्यून सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। क्योंकि यह हमारी कोशिकाओं में नाइट्रिक ऑक्साइड और साइटोकिन्स का उत्पादन बढ़ा देता है जो इम्यून रेस्पोंस को बेहतर बनाते हैं। इससे मानव शरीर तेजी से बाहरी पैथोजेन के विरुद्ध प्रतिरक्षा एंटीबाडी विकसित करता है।

अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के अनुसार भी एलोवेरा बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बेहतर बनाता है। इसमें मौजूद एन्थ्राक्विनोने अलोएँ कई आवरण में बंद वायरस जैसे कि हर्पीज सिम्प्लेक्स, वरिसेला जोस्टर और इन्फ्लुएंजा को निष्क्रिय कर सकता है।

3. मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है एलोवेरा

Aloe Vera Improves Mental Performance in Hindi: जिस तरह पूरी दुनिया में लगातार दिल और मधुमेह के रोगियों की संख्या बढती जा रही है, उसी तरह से साल-दर-साल मानसिक रोगियों की भी अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। यहाँ तक कि अपना भारत भी इनके चंगुल में फँसने से नहीं बच पाया है। आज डिप्रेशन, टेंशन, सिजोफ्रेनिया, अल्झाइमर और पार्किन्सन जैसे रोगों ने करोड़ों भारतीयों को अपना शिकार बना लिया है।

मनोवैज्ञानिकों की मानें तो इस समय भारत का हर तीसरा व्यक्ति तनाव का शिकार है, फिर चाहे वह परिवार की तरफ से हो या काम की तरफ से। यह बात ठीक है कि मानसिक रोगों से बचने के लिये योग, ध्यान और एक्सरसाइज जैसी चीजें बहुत फायदेमंद हैं, लेकिन आहार की भी अनदेखी नहीं की जा सकती है।

चूँकि एलोवेरा में सैक्राइडस उपस्थित होते हैं, इसीलिये यह मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मददगार होता है। एक शोध में भी यह पाया गया है कि जो लोग प्रतिदिन अलोवेरा जूस का सेवन करते हैं, उनकी याददाश्त तो बेहतर होती ही है, साथ ही उनके तनाव का स्तर भी कम होता है।

4. एक शानदार ओरल हेल्थ सोल्यूशन है एलोवेरा

Aloe Vera is A Great Oral Health Solution in Hindi: एलोवेरा में जीवाणुनाशक गुण होने के कारण यह आपको मुँह और दाँतों की बीमारियों से बचा सकता है। भारत में हुए एक शोध के अनुसार, यह दुर्गन्ध और सडन पैदा करने वाले बैक्टीरिया को ख़त्म कर डालता है। अच्छी बात यह है कि इस बारे में अभी तक एलोवेरा का कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पाया गया है। इसीलिये अगर आप अपने लिये एक आयुर्वेदिक और घरेलू माउथवॉश चाहते हैं, तो आप एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

300 लोगों पर हुई एक स्टडी में, जिसमे उन्हें 7 दिनों तक एलोवेरा जूस को माउथवॉश के रूप में प्रयोग करने को कहा गया था, के अनुसार, यह न सिर्फ साँसों की दुर्गन्ध से बचाता है, बल्कि बैक्टीरिया का भी समूल नाश कर डालता है। एक अन्य स्टडी के अनुसार, अलोवेरा मसूड़ों में आयी सूजन को कम कर सकता है। यहाँ तक कि यह पायरिया की समस्या में भी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।

5. बालों को पोषण देकर मजबूत बनाता है एलोवेरा

Aloe Vera Nourishes Your Hair in Hindi: एलोवेरा में प्रोटीलोइटिक एंजाइम पाये जाते हैं। यह एंजाइम मृत कोशिकाओं को हटाते हैं और नयी कोशिकाओं की उत्पत्ति में सहायक होते हैं। एलोवेरा आपके बालों को पोषण देकर मजबूत बनाता है, साथ ही यह उन्हें कुदरती चमक भी प्रदान करता है। बालों में एलोवेरा लगाने के लिये एक स्प्रे बोतल में, एलोवेरा जेल और पानी को बराबर मात्रा में भर लें और फिर इसे अच्छी तरह से मिक्स करके अपने बालों पर लगायें।

अगर आप आप डैंड्रफ और खुजली से परेशान हो गये हैं, तो एलोवेरा इनसे छुटकारा पाने में आपकी मदद कर सकता है। क्योंकि यह मृत कोशिकाओं (डेड सेल्स) को हटाता है और बंद पड़े रोमकूपों को खोलता है। एलोवेरा में मौजूद एंटीआक्सीडेंटस और एंटीबैक्टीरियल तत्व संक्रमण से बचाते हैं।

6. शरीर में चुस्ती-फुर्ती लाता है एलोवेरा

Aloe Vera Revitalize The Body in Hindi: एलोवेरा को पौष्टिक आहार के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर है। अगर सुबह के समय, एलोवेरा जेल और शहद के मिश्रण का सेवन किया जाय तो दिन भर स्फूर्ति बनी रहती है, साथ ही हंगर पैंग्स से भी छुटकारा मिलता है। चूँकि एलोवेरा शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण की क्षमता बढाता है, इसीलिये एथलीट और वर्किंग पीपल के लिये यह काफी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।

25 Surprising Benefits of The Aloe Vera in Hindi

7. आपके दिल को लम्बे समय तक स्वस्थ रखता है एलोवेरा

Aloe Vera Keeps Your Heart Healthy in Hindi: Heart Meaning in Hindi में हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि दिल की बीमारियाँ, दुनिया में इंसानों की मौत का सबसे बड़ा कारण है और लगभग 50 करोड़ लोग ह्रदय रोगों से पीड़ित हैं। भारत भी इस बीमारी से अनछुआ नहीं रह गया है और यहाँ भी 7 करोड़ से ज्यादा लोग ह्रदय रोगों से पीड़ित हैं।

चूँकि इंसानी दिल शरीर का सबसे शक्तिशाली अंग है, इसीलिये अगर वक्त रहते अपने खान-पान और लाइफस्टाइल को बदल लिया जाय, तो दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है। यूँ तो Healthy Food सारे शरीर के लिये अच्छे हैं, लेकिन दिल के लिये यह विशेष रूप से लाभदायक होते हैं।

चूहों पर हुए एक शोध के अनुसार, एलोवेरा दिल के रोगों से बचाने में मदद करता है। एक दूसरी स्टडी से पता चला है कि हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित जिन लोगों ने लगातार 3 मास तक एलोवेरा जूस का सेवन किया था, उनके उच्च रक्तचाप के स्तर में 15 प्रतिशत की कमी पायी गयी थी।

एलोवेरा एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) से बचाव करने में भी सक्षम है, जो ह्रदय रोग का ही एक प्रकार है। इसमें धमनियाँ सिकुड़ने से हार्ट अटैक पड़ने का खतरा बना रहता है। एक शोध के अनुसार, एलोवेरा जूस, एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा 22 प्रतिशत तक कम कर सकता है।

8. त्वचा को जवान बनाये रखता है एलोवेरा

Aloe Vera Prevents Skin Aging in Hindi: बदलती जीवनशैली और खराब आहार का चुनाव करने के कारण आजकल प्री-मैच्योर एजिंग लोगों पर जल्दी अपना प्रभाव डालने लगी है। जिसकी पहली पहचान है, चेहरे की झुर्रियाँ और फाइन लाइन्स। यूँ तो आप महंगे कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट और केमिकल प्रोडक्ट्सका भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन जब आपको सस्ते में ही एक अद्भुत और शुद्ध उपचार मिल रहा हो, तो फिर अनाब-शनाब पैसा खर्च करने की क्या जरुरत है?

एलोवेरा का जूस पीने से चेहरे पर उम्र का असर कम दिखता है क्योंकि इसमें बीटा कैरोटिन, विटामिन A और E समेत कई महत्वपूर्ण ऐंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो आपकी त्वचा की रंगत निखारते हैं और इसमें कुदरती कसाव लाते हैं। एलोवेरा फेसपैक बनाने के लिये एक चम्मच एलोवेरा जेल में एक चम्मच ओटमील और आधा चम्मच ओलिव ऑइल मिलायें और फिर इसे अच्छी तरह से मिलाकर पेस्ट बना लें।

अब इस पेस्ट को अपने पूरे चेहरे पर लगायें और लगभग 30 मिनट तक सूखने दें। जब यह सूख जाय तो फिर इसे ठन्डे पानी से धो लें। इस फेसपैक ने न सिर्फ आपके चेहरे के दाग-धब्बे दूर होंगे, बल्कि आपकी स्किन को पोषण भी प्राप्त होगा। साथ ही वह खोयी हुई नमी वापस मिलने से जवां भी दिखने लगेगी।

9. यौन समस्याओं में भी काफी फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera is Helpful in Sexual Problems in Hindi: एलोवेरा पुरुषों और स्त्रियों की कई यौन समस्याओं को दूर करने में भी फायदेमंद है। अगर आतशक के कारण पुरुषों के लिंग पर छाले हो गये हों, तो उन्हें अपने शिश्न पर एलोवेरा मिश्रित जीरा पीसकर लगाना चाहिये। इससे छाले समाप्त हो जायेंगे, साथ ही उनमे होने वाली जलन भी दूर हो जायेगी। अगर पेशाब करते समय तकलीफ और जलन हो रही हो तो 5 से 10 ग्राम एलोवेरा जेल में चीनी मिलाकर खायें।

यौनशक्ति बढ़ाने के लिये एलोवेरा का हलवा बनायें। हलवा बनाने के लिये सबसे पहले पत्तियों को छीलकर इसका गूदा निकाल लें और फिर इसमें घी ,चीनी तथा दूध मिलाकर गैस पर गर्म करें। यह हलवा निर्बल लोगों की कमजोरी तो दूर करता ही है, साथ ही यह यौनशक्तिवर्धक भी है।

10. आग व सनबर्न से झुलसी त्वचा को राहत देता है एलोवेरा

Aloe Vera Soothe Sunburn in Hindi: एलोवेरा जेल, त्वचा के लिये एक सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है और इसे सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाता है। यह त्वचा की उपरी परत की खोयी हुई नमी को वापस लौटाता है। सनबर्न से झुलसी त्वचा को ठीक करने के लिये, एलोवेरा जेल को 1-2 घंटे के लिये फ्रिज में रखें और फिर इसे त्वचा पर अच्छी तरह से लगायें।

इससे न सिर्फ आपकी त्वचा को ठंडक मिलेगी, बल्कि यह कुछ ही दिनों में अपने कुदरती स्वरुप में भी लौट आयेगी। किसी भी तरह से आग से जलने पर, एलोवेरा के गूदे का इस्तेमाल फायदेमंद ही सिद्ध होता है। अगर जलने के तुरंत बाद, उस स्थान पर, एलोवेरा जेल लगा ली जाय, तो छाले नहीं पड़ते और जलन भी कम हो जाती है।

11. भोजन को लम्बे समय तक सुरक्षित रखता है एलोवेरा

Aloe Vera Preserve Food in Hindi: क्या आप जानते हैं, एलोवेरा आपके भोजन को भी खराब होने से बचा सकता है? जी हाँ यह सच है, स्पेन की मिगुएल हेर्नान्डेज़ यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर डेनियल वलेरो के अनुसार, एलोवेरा जेल की एक पतली परत कुदरती आहार संरक्षक के रूप में काम करती है। एक प्रयोग में उन्होंने कुछ अंगूरों को एलोवेरा जेल से भरे एक कटोरे में डुबोया और फिर इसे रेफ्रीजरेटर के तापमान में रख दिया।

जिन अंगूरों को एलोवेरा जेल में नहीं डुबोया गया था, वह सिर्फ 7 दिन में खराब हो गये। लेकिन जिन अंगूरों को एलोवेरा में डुबोकर रखा गया था, वह 35 दिन तक तरोताजा रहे थे और उनका स्वाद भी अच्छा था।

12. इरीटेबल बोवेल सिंड्रोम में फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera can be Helpful in Irritable Bowel Syndrome in Hindi: जर्नल ऑफ़ रिसर्च इन मेडिकल साइंसेज में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया था कि इरीटेबल बोवेल सिंड्रोम (IBS) से पीड़ित 33 रोगियों की समस्याएँ, प्रतिदिन दो बार एलोवेरा का 30 मिली जूस पीने से बहुत कम हो गयी थी। हालाँकि उनके मल की नियमितता और तीव्रता पर उसका कोई असर नहीं पड़ा था।

Incredible Benefits of The Aloe Vera in Hindi

13. कैंसर जैसे रोग से बचाने में सक्षम है एलोवेरा

Aloe Vera Inhibits Growth of The Cancer in Hindi: एलोवेरा कैंसर जैसे जानलेवा रोग से बचाने में भी मददगार है, क्योंकि इसमें उपस्थित एमोडिन, अलॉइन और एंथ्रेसीन, कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि होने से रोकते है।
एलोवेरा में ट्यूमर को रोकने का गुण होता है और इसका यह प्रभाव प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों प्रकार से संभव हो सकता है। इसका अप्रत्यक्ष प्रभाव इम्यून सिस्टम की बढ़ी हुई सक्रियता के कारण और प्रत्यक्ष प्रभाव एन्थ्राक्विनोनेस के कारण होता है।

सन 1995 में इंटरनेशनल इम्यूनोफार्माकोलोजी (International Immunopharmacology) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, एलोवेरा पोलीसैक्राइड्स में कुछ प्रभावशाली मैक्रोफेज होते हैं, जो उस नाइट्रिक ऑक्साइड की प्रचुर मात्रा उत्पन्न करते हैं जिसमे कैंसरनाशक गुण होते हैं।

नेचुरोपैथी में कैंसर की रोकथाम करने के लिये बहुत सारे तरीके हैं और एलोवेरा आधारित उपचार, उनमे बहुत ज्यादा प्रभावशाली पाया गया है। हालाँकि कुछ एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि जब इसे अकेले ही इस्तेमाल किया जाता है, तो तब यह उतना ज्यादा असरदार सिद्ध नहीं होता। इसीलिये इसे दूसरी हर्ब्स के साथ लेना चाहिये।

इसके अलावा कई बार कैंसर के उपचार के दौरान रेडियोथेरेपी अनिवार्य हो जाती है जिसके कारण कैंसर के मरीजों को अक्सर काफी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं। विकिरण से प्रभावित स्थान पर, एलोवेरा जेल का उपयोग करने से रोगी को तुरंत ही आराम मिलता है, साथ ही उसका स्वास्थ्य भी सुधरता है। अगर ऐसी स्थिति में आप एलोवेरा जूस पीते हैं, तो रेडिएशन बर्न्स ठीक होने में मदद मिलती है।

14. मोटापे को नियंत्रित करने में फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera Manages Your Weight in Hindi: ज्यादा चर्बी या मोटापे का असली कारण है, आपकी बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और खाने की गलत आदतें जो आपको देर-सवेर मोटापे का शिकार बना देती हैं ध्यान दें, मोटापे का दिल की बीमारियों से सीधा सम्बन्ध है। जो व्यक्ति मोटा है, उसका देर-सवेर Heart Disease का शिकार बनना तय है।

Indian Heart Association के अनुसार, मोटापा भारतीय जनता में एक महामारी के रूप में फ़ैल रहा है और सन 2025 तक भारत में लगभग 17 करोड़ लोग इससे पीड़ित होंगे। चूँकि एलोवेरा में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, इसीलिये यह वजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। यह शीघ्रता से फैट बर्न करता है और धीरे-धीरे आप मोटापे की गिरफ्त से निकल जाते हैं।

15. गठिया जैसे जटिल रोगों से बचाता है एलोवेरा

Aloe Vera Saves You from Arthritis in Hindi: जैसे-जैसे उम्र बढती जाती है, वैसे-वैसे हमारी हड्डियाँ भी कमजोर पड़ने लगती हैं और साथ में उन्हें जोड़े रखने वाले लिगामेंट्स और कार्टिलेज भी। इन सबके कमजोर पड़ने से जोड़ों में दर्द की समस्या पैदा हो जाती है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, एलोवेरा ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) के उपचार में काफी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।

क्योंकि इसमें उपस्थित एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्व, हड्डियों के दर्द में राहत देते हैं। हालाँकि किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले अभी और भी कई प्रमाणों की जरुरत है। लेकिन कुछ लोगों के अनुभव से यह बात सामने आयी है कि प्रतिदिन 50 मिली तक एलोवेरा जूस लेने से जोड़ों का दर्द दूर हो सकता है । जोडों के दर्द में, एलोवेरा के गूदे को गर्म करके प्रभावित स्थान पर लगायें।

16. कोलेस्ट्रोल का स्तर कम करता है एलोवेरा

Aloe Vera can Lower Cholesterol Level in Hindi: एलोवेरा का सेवन करने पर कोलेस्ट्रोल का स्तर कम हो जाता है, क्योंकि यह मानव रक्त में लिपिड का स्तर काफी घटा देता है। ऐसा मन्नास, एंथ्राक्युईनोनेज़ और लिक्टिन जैसे यौगिकों के कारण होता है। जानकारी के लिये बता दें यह कोलेस्ट्रोल ही मोटापे और दिल की बीमारियों के लिये जिम्मेदार है।

अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान में प्रकाशित हुई कुछ स्टडीज के अनुसार, अगर प्रतिदिन एलोवेरा जूस पिया जाय, तो इससे हानिकारक कोलेस्ट्रोल यानि LDL कोलेस्ट्रोल का स्तर कम करने में मदद मिलती है।

17. स्त्रियों के मासिक धर्म को ठीक रखता है एलोवेरा

Aloe Vera Normalize Menstruation Cycle of Women in Hindi: एलोवेरा स्त्रियों के लिये भी बहुत फायदेमंद है, क्योंकि यह उनके गर्भाशय को उत्तेजित करके मासिक धर्म को नियमित करता है। 10 ग्राम एलोवेरा जेल में 500 मिलीग्राम पलाश का चूर्ण मिलायें और दिन में दो बार लें।

जिन स्त्रियों को मासिक धर्म के दौरान काफी दर्द होता है, उन्हें एलोवेरा जूस से काफी लाभ मिल सकता है। हालाँकि इस बारे में एक बार अपने चिकित्सक की सलाह भी लें। चूँकि एलोवेरा महिलाओं के मासिक धर्म को नियंत्रित करता है, इसीलिये इसे आयुर्वेद में ‘कुमारी’ भी कहा जाता है।

18. शरीर में आयी सूजन को कम करता है एलोवेरा

Aloe Vera Reduces Inflammation in Hindi: चूँकि एलोवेरा में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंटस और एंटी-इन्फलेमेटगुण मौजूद होते हैं, इसीलिये यह शरीर पर आई सूजन की रोकथाम करने में भी सहायक है। फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर को ऑक्सीडेटिव डैमेज के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है, लेकिन एलोवेरा के एंटीऑक्सीडेंटस इस सूजन को कम कर देते हैं। शरीर में कहीं भी सूजन होने पर, एलोवेरा के गूदे को पानी में उबाल कर इसकी पुल्टिस बाँधे।

Wonderful Benefits of Aloe Vera in Hindi with Images

19. डायबिटीज के रोगियों के लिये फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera is Beneficial for Diabetics in Hindi: मधुमेह खराब लाइफस्टाइल से पैदा होने वाला दुनिया का सबसे व्यापक रोग है। कभी बुजुर्गों की बीमारी मानी जाने वाली डायबिटीज, अब बच्चों और युवकों को भी अपने चपेट में ले रही है। स्थिति इतनी विस्फोटक हो गयी है कि दुनियाभर में 60 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। एक शोध के अनुसार, एलोवेरा डायबिटीज के रोग में आशातीत लाभ देता है।

क्योंकि प्रतिदिन इसका रस पीने से टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों की ब्लड शुगर के स्तर में कमी आती है। एलोवेरा ग्लाइकोजन के संश्लेषण में वृद्धि करता है और ग्लूकोज के स्तर को कम करता है। टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित मरीज भी एलोवेरा के सेवन से लाभ उठा सकते हैं, क्योंकि यह इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करके उनकी इन्सुलिन की रोजाना डोज में कमी ला सकता है।

दो क्लिनिकल ट्रायल्स में डायबिटीज से पीड़ित 72 स्त्रियों को बिना कोई दवाई दिये, छह सप्ताह तक एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल दिया गया। जांच करने पर पाया गया कि एलोवेरा के उपचार से उन स्त्रियों की ब्लड शुगर और सीरम ट्राईग्लिसराइड के स्तर में कमी आयी थी। दूसरे क्लिनिकल ट्रायल में एलोवेरा के साथ-साथ, उन्हें मधुमेह की दवाई भी दी गयी और इससे उनकी शुगर के स्तर में और भी कमी आई।

अगर अभी मधुमेह रोग की शुरुआत ही हुई हो, तो 10 ग्राम एलोवेरा के रस में 10 ग्राम करेले का रस मिलाकर, कुछ दिनों तक सेवन करें। कई लोगों का मानना है कि ऐसा करने से डायबिटीज से छुटकारा मिल सकता है। इस प्रयोग के साथ-साथ 20 ग्राम आंवले के रस में 10 ग्राम एलोवेरा का गूदा मिलाकर प्रतिदिन सुबह के समय लें।

20. कब्ज का असरदार कुदरती उपचार है एलोवेरा

Aloe Vera can Treat Constipation in Hindi: अगर कोई व्यक्ति कब्ज की समस्या (Constipation Problem) से लम्बे समय से पीड़ित है, तो उसे एलोवेरा का जूस जरुर लेना चाहिये, क्योंकि यह कब्ज के उपचार में बहुत लाभदायक सिद्ध होता है। एलोवेरा लेटेक्स में उपस्थित एन्थ्राक्विनोनेस, एक शक्तिशाली लैक्जेटिव है। यह आँतों में पानी की मात्रा बढाता है, म्यूकस के स्राव में वृद्धि करता है और आँतों की चाल को बढाता है।

एलोवेरा के दो चम्मच गूदे को पानी में मिलाकर शाम के समय जूस की तरह से पियें। अक्सर बहुत से छोटे बच्चों को स्टूल कड़ा होने की शिकायत हो जाती है, उन्हें आधा चम्मच एलोवेरा जेल, सुबह के समय सिर्फ एक ही बार दें।

क्योंकि एलोवेरा का ज्यादा रस, बच्चों में दस्तों की समस्या उत्पन्न कर सकता है। अगर पेट में अपच हो तो एलोवेरा को पीसी अजवाईन के साथ लें। अगर गैस भी बन रही हो तो एलोवेरा के रस में थोड़ी हींग गर्म कर लें और फिर नाभि के पास लगायें।

21. सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं में फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera can Heal Cold Problems in Hindi: मौसम बदलने पर अक्सर सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएँ लोगों को घेर लेती हैं और फिर इनसे बचने के लिये वे कफ सीरप और एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। लेकिन यह अच्छी बात नहीं है कि छोटी-छोटी समस्याओं में भी एलोपैथिक दवाइयाँ ली जांय, क्योंकि यह स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डालती हैं।

बेहतर तो यही है कि ऐसे समय में एलोवेरा जैसी प्राकृतिक वनौषधियों का सेवन किया जाय। नाक बहने पर या खाँसी की शिकायत होने पर 30 मिली एलोवेरा जूस में 11 तुलसी के पत्ते और 1 चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम पिये, अवश्य लाभ होगा।

22. एनीमिया की समस्या को दूर करता है एलोवेरा

Aloe Vera can Treat Anaemia in Hindi: एलोवेरा, एनीमिया के उपचार में भी लाभकारी है, क्योंकि यह शरीर में नयी रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाता है और खून की कमी की समस्या से छुटकारा दिलाता है। निर्बल व्यक्ति सुबह के समय खाली पेट, एलोवेरा जूस का सेवन करें। पर ध्यान रखें, एक दिन में 100 मिली से अधिक एलोवेरा जूस न लें।

इसके अलावा एलोवेरा, शरीर में रक्त आपूर्ति को तेज भी करता है, जिससे आपके अंगों को अधिक आक्सीजन मिलने से वह बेहतर क्षमता के साथ काम करते हैं। जानकारी के लिये बता दें कि आपके मस्तिष्क और ह्रदय को शुद्ध रक्त की बहुत आवश्यकता होती है, क्योंकि इन्हें वाकई में बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है। कुछ स्टडीज में पता चला है कि एलोवेरा रक्त को ऑक्सीजनयुक्त होने में मदद करता है।

23. उल्टी आने की समस्या दूर कर सकता है एलोवेरा

Aloe Vera Alleviates Nausea in Hindi: एलोवेरा उलटी और उबकाई आने जैसी समस्याओं को दूर करने में भी प्रभावी सिद्ध हो सकता है। उलटी और उबकाई आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे किसी वायरस से फ्लू से जकड जाना, दूषित भोजन का सेवन करना या फिर कीमोथेरेपी के उपचार।

यूँ तो उलटी की कई अंग्रेजी दवाइयाँ उपलब्ध है जो आपको थोड़ी ही देर में आराम प्रदान करने की क्षमता रखती हैं। लेकिन बहुत सारे लोग, यहाँ तक कि कई चिकित्सक भी प्राकृतिक उपचारों में विश्वास रखते हैं। उलटी की भावना पेट की समस्या से पैदा होती है और एलोवेरा, बीमार पेट के लिये बहुत ही अच्छा उपचार है।

24. एसिडिटी और हार्टबर्न से निजात दिलाता है एलोवेरा

Aloe Vera Regulates Acidity in Hindi: सीने में जलन और अम्लपित की शिकायत होने पर, एलोवेरा का जूस पीना चाहिये। यह आपको तुरंत आराम देता है। हालाँकि आपको फ़ास्ट फ़ूड, ज्यादा तैलीय और नुकसानदायक भोजन (Unhealthy Food) खाने से भी बचना चाहिये। एविसेना जर्नल ऑफ़ फायटोमेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, जिसमे पेट के रोगों से पीड़ित चूहों को एलोवेरा दिया गया था, से यह निष्कर्ष निकला कि यह गैस्ट्रिक एसिड के स्तर में कमी लाता है।

Top Aloe Vera Benefits in Hindi एलोवेरा के फायदे

25. त्वचा के कटने-फटने पर इस्तेमाल करें एलोवेरा

Aloe Vera Heals Rashes and Cuts in Hindi: अगर आपकी त्वचा कहीं से कट-फट गयी हो तो आप इस पर एलोवेरा जेल को आफ्टर शेव लोशन की तरह से लगा सकते हैं। यहाँ तक कि शेविंग और हाथों-पैरों की वैक्सिंग करने के बाद होने वाली जलन को शांत करने के लिये भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आपकी त्वचा को ठंडक प्रदान करता है।

अगर आपकी त्वचा पर कीड़े-मकोड़ों के काटने से रैशेज उभर आये हों, तो एलोवेरा जेल लगायें, आराम मिलेगा। शरीर में किसी भी प्रकार का जख्म या घाव हो जाने पर, एलोवेरा के गूदे को क्रीम की तरह लगायें। क्योंकि एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होने के कारण, जख्मों को भरने में घृत कुमारी का रस बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है।

इसके पत्तों के गूदे में चुटकी भर हल्दी मिलाकर, इस पेस्ट को एक पट्टी पर लगा लें और फोड़े पर रखकर पट्टी बांध दे। फोड़ा अपने आप पक कर फूट जायेगा और पस निकल जायेगी। दुर्घटना और चोट से बने घावों में भी एलोवेरा जेल लगाने से आराम मिलता है।

26. सोरायसिस जैसे जटिल चर्म रोग में फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera can Treat Psoriasis in Hindi: अगर आप अपनी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिये एलोवेरा जेल का प्रयोग करते हैं, तो यह कई महँगी स्किन केयर क्रीम से कहीं ज्यादा फायदेमंद सिद्ध होगा। यहाँ तक कि एलोवेरा, सोरायसिस जैसे चर्म रोग को ठीक करने में भी आपकी मदद कर सकता है। सन 1996 में स्वीडन के डिपार्टमेंट ऑफ़ क्लिनिकल फिजियोलॉजी में पुराने सोरायसिस से पीड़ित 60 लोगों पर हुए एक अध्ययन में पाया गया था कि एलोवेरा का सेवन करने से यह रोग कहीं जल्दी ठीक होता है।

स्टडी में शामिल जिन लोगों ने प्रयोग की अवधि में एलोवेरा का सेवन किया था, उनके ठीक होने की दर 87 प्रतिशत थी, जबकि एलोवेरा का सेवन नहीं करने वाले लोगों के ठीक होने की दर सिर्फ 7 प्रतिशत। U.S. Food and Drug Administration ने भी एलोवेरा आधारित मलहम को त्वचा की जलन के उपचार के रूप में मान्यता दी है।

27. आँखों और कानों के लिये भी फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera is Good for Eyes and Ears in Hindi: एलोवेरा आँखों की कई समस्याओं में फायदेमंद है। अगर आपकी आँखों में लालिमा छाई हुई हो या फिर वायरल कंजक्टीवाइटिस के कारण आँखें सूज गयी हों, तो एलोवेरा का इस्तेमाल करें। दो चम्मच एलोवेरा जेल में थोड़ी हल्दी मिलाकर, गर्म करके अपनी आँखों पर एक पट्टी के माध्यम से बाँध लें, थोड़ी ही देर में दर्द कम हो जायेगा।

जिन लोगों को चश्मा लग गया हो, वह आंवले और जामुन के साथ, एलोवेरा का रस, प्रतिदिन कम से कम 3 महीने तक लें। साथ ही अपने भोजन में गौ का शुद्ध घी भी लें। आँखों के साथ-साथ ग्वारपाठे का रस, कानों के दर्द में भी फायदा पहुँचाता है। एलोवेरा जेल को गर्म करके 2-2 बूँद दिन में 2-3 बार डालें।

28. बवासीर, दस्त और अल्सर में फायदेमंद है एलोवेरा

Aloe Vera is Helpful in Piles, Loose Motion and Ulcer in Hindi: पेट में अल्सर होने पर, इस एलोवेरा के गूदे को खाली पेट खाने से लाभ होता है। अगर खूनी दस्त हो रहे हों तो गूदे में चीनी तथा जीरा मिलकर खायें। एलोवेरा यू तो सभी अंगों के लिये फायदेमंद है, लेकिन Spleen, Liver, Female Reproductive System तथा Brain के लिये यह विशेष रूप से फायदेमंद है।

एलोवेरा बवासीर यानि Piles में भी फायदेमंद है, फिर चाहे वह सामान्य बवासीर हो या खूनी बवासीर। प्रतिदिन 40 मिली एलोवेरा जूस लें, इससे आपको हर प्रकार की बवासीर में आराम मिलेगा। अगर ज्यादा खून आ रहा हो, तो एलोवेरा के गूदे को गुदा पर रख दें। इससे खून का बहाव कम होने से आराम मिलेगा।

29. बुखार और लू से भी बचा सकता है एलोवेरा

Aloe Vera Protects from Sunstroke and Fever in Hindi: गर्मियों में बाहर जाते समय, अक्सर लू लगने का खतरा बना रहता है। पर अगर बाहर जाने से पहले आप एक गिलास नारियल पानी के साथ दो चम्मच एलोवेरा का जूस लेते हैं, तो लू लगने का खतरा कम हो जाता है एलोवेरा ज्वर में भी फायदेमंद है। एलोवेरा की जड़ का काढ़ा बना लें और दिन में 3 बार पियें, बुखार दूर हो जायेगा। ध्यान दीजिये यह उपचार सिर्फ मौसमी बुखार के लिये है।

30. सिरदर्द में भी आराम पहुँचाता है एलोवेरा

Aloe Vera Provides Relief in Headache in Hindi: सिरदर्द कभी भी और कहीं भी हो सकता है और कामकाजी लोग इसका ज्यादा शिकार होते हैं। अगर आपके सिर में दर्द हो रहा हो तो 20 मिली एलोवेरा जेल में 2 ग्राम दारुहरिद्रा का चूर्ण मिला लें। फिर इसे अपने सिर पर दर्द वाले स्थान पर बाँध लें। अगर दारुहरिद्रा न मिल सके, तो उसके स्थान पर थोड़ी सी हल्दी ले लें। हालाँकि इससे उतना फायदा नहीं होगा, लेकिन कुछ राहत मिल सकती है। एलोवेरा अनिद्रा रोग में भी फायदेमंद है।

एलोवेरा के कुछ अन्य फायदे जिन्हें आप नहीं जानते होंगे

31. अगर सर्दी या खांसी हो गयी हो तो एलोवेरा के पत्ते को भून कर उसका जूस निकाल लें और आधा चम्मच जूस, एक कप गर्म पानी में मिला कर पी जाएँ, तुंरत फायदा होगा।

32. छोटे बच्चों का दूध छुडाने के लिए, एलोवेरा के गूदे को अपने स्तनों (Breasts) पर मल लें। कडवा स्वाद होने के कारण वह दो-दिन दिन में ही दूध पीना छोड़ देंगे।

33. अगर खुलकर भूख न लगती हो, तो सुबह के समय खाली पेट एलोवेरा का रस लें, कुछ ही दिनों में आपको खुलकर भूख लगने लगेगी।

34. मूत्र सम्बन्धी रोगों को दूर करने के लिए एक सप्ताह तक रोज सुबह के समय एलोवेरा का गूदा खायें।

35. भेड़ के कृत्रिम गर्भाधान में, वीर्य को पतला करने के लिये घृत कुमारी का प्रयोग किया जाता है।

36. एलोवेरा का प्रयोग, बाजार में मिलने वाली दही, पेय पदार्थों, दवाइयों और कुछ मिठाइयों में भी किया जाता है।

37. घृत कुमारी के बीजो से जैव ईंधन यानी बायो फ्यूल भी प्राप्त किया जा सकता है।

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