Amazing Benefits of The Onion in Hindi

 

“देखने में प्याज एक बहुत ही साधारण सी सब्जी नजर आती है, लेकिन जब इसके गुणों पर एक नजर डालते हैं, तो यह अपने आप में एक बेजोड़ वनस्पति है, जिसकी किसी दूसरी सब्जी से कोई तुलना संभव नहीं। सिर्फ गोल-मटोल पकी प्याज ही देखने में सुन्दर नहीं लगती, बल्कि कच्ची हरी प्याज भी उतनी ही अच्छी और गुणकारी होती है। प्याज के परतदार छिलकों में न सिर्फ स्वाद, बल्कि अच्छी सेहत का भी राज छिपा है।”

 

Surprising Health Benefits of Onions in Hindi
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर है प्याज

प्याज आँखों से आँसू भले ही निकाल दे, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिये किसी भी दृष्टि से खराब पदार्थ नहीं है। लिली परिवार का यह सदस्य, अच्छी सेहत के लिये आवश्यक लाजवाब गुणों से भरपूर है और इसके स्वाद के बारे में तो कहना ही क्या! प्याज किसी भी तरह के भोजन को स्वादिष्ट और लजीज बना सकती है। माँसाहार की तो यह जान ही है, जिसके बिना उसमे स्वाद ही नहीं आने पाता। Onion Benefits in Hindi में आज हम प्याज के गुणों की ही चर्चा करेंगे।

What is Onion in Hindi आखिर क्या है प्याज

Onion in Hindi: प्याज का वैज्ञानिक या वानस्पतिक नाम एलियम सेपा (Allium cepa) है। यह Allium परिवार का ही सदस्य है, इस कुल की अन्य सब्जियों में लहसुन, चीनी प्याज आदि शामिल हैं। प्याज को भारत में कई नामों से जाना जाता है। इसे हिंदी में कांदा या डुंगरी, मराठी में कंडा या कांदा, बंगाली में पियाज, तेलुगू में उल्लिपायालु या येरा गद्दालु, तमिल में वैंगयम, मलयालम में सवाना और कन्नड़ में उल्लिगड्डे या एरुल्ली कहा जाता है।

प्याज वास्तव में एक पत्तेदार सब्जी है जिसकी पत्तियाँ हरे और नीले रंग की होती हैं। इसकी पत्तियों की बनावट भी बड़ी विशिष्ट होती है। यह अन्य सब्जियों की पत्तियों की तरह चपटे न होकर गोल और खोखले होते हैं। प्याज के कुछ पत्ते जमीन से बाहर रहते हैं, तो कुछ अन्दर। जमीन के बाहर रहने वाला हिस्सा हरा, तो अन्दर का हिस्सा सफ़ेद या हल्का गुलाबी होता है।

शायद यही कारण है कि पकी हुई प्याज का रंग भी गुलाबी होता है। प्याज के पत्तों का निचला हिस्सा, मांसल व गूदेदार होता है। इसका फल (कंद) जमीन के अन्दर ही उगता है और विकसित होता है। इसे प्याज की गाँठ (Onion Bulb) कहते हैं। कच्ची प्याज की सब्जी बनायी जाती है, जबकि पकी प्याज को भोजन को विशिष्ट स्वाद देने के लिये प्रयोग किया जाता है।

कच्ची हरी प्याज भी हर जगह उतने ही चाव से खायी जाती है जितनी कि पकी प्याज। कच्ची प्याज का बाहरी आवरण चिकना, कोमल और हलके श्वेत वर्ण वाला होता है। प्याज के पकने पर इसका रंग गुलाबी हो जाता है और छिलकों की कई महीन परत इसे ढक लेती हैं जिससे यह जल्दी खराब नहीं होती है।

Onion History in Hindi यह है प्याज का इतिहास

हालाँकि प्याज की भौगोलिक उत्पत्ति के बारे में कुछ निश्चित नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसकी सबसे पहले पैदाइश, मध्य एशिया महाद्वीप के देशों, ईरान और भारतीय उपमहाद्वीप में हुई थी। चीन में पाये गये कांस्य युगीन अवशेषों में से एक अवशेष प्याज का भी था। जो इस बात को सिद्ध करता है कि प्याज पिछले 5 हजार सालों से भी ज्यादा समय से मनुष्य के आहार का हिस्सा रही है।

प्याज की प्राचीनता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मिस्रवासी भी प्याज का सेवन करते थे और इसे एक पवित्र वस्तु मानते थे। इसीलिये प्याज के चित्रों को न सिर्फ मकबरों पर उकेरा गया था, बल्कि उन्हें मृतकों की ममियों के साथ भी दफनाया जाता था। कहा तो यह भी जाता है कि वहाँ के सम्राट द्वारा उपहार, भेंट और मुद्रा के रूप में नागरिकों और राजकर्मचारियों को प्याज देने की परंपरा थी।

अपने अनोखे स्वाद के कारण ही हरदिल अजीज बना था प्याज

Onion in Hindi: अपने अनोखे तीखे स्वाद के कारण प्याज धीरे-धीरे इसी तरह से मशहूर होता चला गया और इसने मध्य एशिया से निकलकर सम्पूर्ण एशिया और यूरोप को अपना दीवाना बना लिया। मध्य युग में कोलंबस और मार्को पोलो जैसे यूरोपीय व्यापारियों ने उत्तरी और दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के देशों के निवासियों से प्याज का परिचय कराया और फिर इसने उनकी रसोई में भी अपनी पैठ बना ली।

प्याज का वर्णन कई यूनानी और रोमन इतिहासकारों ने भी किया है जिनमे प्लिनी द एल्डर और हिप्पोक्रेटस प्रमुख है। इसके अलावा प्याज का वर्णन बाइबल और कुरान जैसे धार्मिक ग्रंथों में भी किया गया है। शायद इतने प्राचीन इतिहास के ही कारण, प्याज सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में बड़े चाव से खायी जाती है।

प्याज को हर महाद्वीप, हर देश में पसंद किया जाता है। यह समझ लीजिये कि इसके बिना हर सब्जी अधूरी है। यही वजह है कि इसकी खेती पूरी दुनिया में की जाती है। चीन संसार में प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक देश है जो प्रति वर्ष 2.4 करोड़ टन प्याज का उत्पादन करता है। प्याज के अन्य बड़े उत्पादकों में भारत, अमेरिका, मिस्र, ईरान, ब्राजील आदि देश मुख्य हैं।

Nutritional Facts about The Onion in Hindi

यह हैं प्याज में उपस्थित पोषक तत्व

प्याज़ एक वनस्पति है जिसका कन्द (जड़) सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसका स्वाद तीखा और तेज होता है, जिसके तीखेपन के लिये एक वाष्पशील तेल ‘एलाइल प्रोपाइल डाय सल्फाइड’ जिम्मेदार है। यह द्रव वाष्पित होने पर आँखों की लैक्रीमल ग्रंथियों को उत्तेजित करता है जिससे प्याज को काटने पर आंसू आ जाते हैं। आम तौर पर प्याज को पकाकर ही खाया जाता है, लेकिन इन्हें सलाद के रूप में कच्चा भी खा सकते हैं।

प्याज न खाने वाले लोगों को थोड़ी सी समस्या, बस इसकी तीक्ष्ण गंध से होती है, अन्यथा गैस के रोगों को दूर करने के लिये प्याज से बढ़कर आहार मिलना मुश्किल ही है। प्याज कई प्रकार की होती हैं लेकिन उन सभी मे सफेद, लाल और पीली प्याज अधिक प्रयुक्त की जाती हैं। आयुर्वेद के अनुसार पका प्याज, तीखा, तेज, बलवर्धक, कामोत्तेजक, स्वादवर्धक, क्षुधावर्धक तथा महिलाओं में रक्त वर्धक होता है।

100 ग्राम प्याज में पाये जाने वाले विटामिन्स और मिनरल्स का संघटन इस प्रकार हैं –

Amazing Health Benefits of Onion in Hindi

प्याज का उपयोग आम तौर पर सब्जी, मसाले, सलाद तथा अचार तैयार करने के लिए किया जाता है। लेकिन यह सिर्फ भोजन को स्वादिष्ट ही नहीं बनाती, बल्कि एक बेहतरीन औषधि भी है, जिसमे कई शानदार पोषक तत्व, खनिज, विटामिन और आर्गेनिक यौगिक उपस्थित होते हैं। प्याज अपने जीवाणुरोधी, दर्द निवारक, प्रदाह शामक, तनावरोधी, अश्मरी नाशक, वात-नाशक गुणों के लिये सुप्रसिद्ध है।

1. विटामिन और मिनरल्स का शानदार स्रोत है प्याज

Onion has Essential Nutrients for Human Health in Hindi: प्याज के कन्द में, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, जिंक, कॉपर, मैग्नीशियम, सोडियम, सेलेनियम और फास्फोरस जैसे खनिज तो पाये ही जाते हैं, साथ ही इसमें मैगनीज व गंधक की उच्च मात्रा भी उपस्थित होती है, जो जल्दी से दूसरी वनस्पतियों में पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते। इसके अलावा प्याज, विटामिन सी, विटामिन बी 6, फोलिक एसिड और फाइबर का भी बढ़िया स्रोत है।

प्याज में उपस्थित केलिसिन, सल्फर के यौगिक, फ्लेवोनोइड्स, एलियम व एलील डिसल्फाइड जैसे जरूरी फाइटोकेमिकल्स और क्वेरसेटिन नामक तत्व, इसके गुणों को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं। अपने इन अद्भुत गुणों के कारण, प्याज कई रोगों की एक रामबाण औषधि बन जाती है और पित्तरोग, देह की पीड़ा, फोड़ा, खूनी बवासीर, तिल्ली रोग, रतौंधी, आँखों के दर्द, मलेरिया, और कान के दर्द समेत, दर्जनों बीमारियों के इलाज में इसका इस्तेमाल होता है।

2. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाती है प्याज

Onion is An Immunity Booster Vegetable in Hindi: प्याज शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाती है। इसमें पाये जाने वाले कई फाइटोकेमिकल्स (Phytochemicals), जिनमे विटामिन C भी शामिल है, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाते हैं। प्याज में सेलेनियम नामक एक Trace Mineral भी उपस्थित होता है, जो प्रत्यक्ष रूप से हमारी Immunity को प्रभावित करता है। सेलेनियम प्रतिरक्षा तंत्र की अति सक्रियता (Excessive Immune Response) को भी रोकता है।

जो कई बार अनेकों शारीरिक समस्याओं को जन्म दे देती है, विशेषकर अंग प्रत्यारोपण की सफलता में यह जानलेवा सिद्ध हो सकती है। हमारे शरीर को सेलेनियम की बहुत कम मात्रा की आवश्यकता होती है, लेकिन यदि शरीर की कोशिकाओं को इसकी निर्धारित मात्रा न मिल सके, तो कैल्शियम के संचरण में बाधा पैदा होती है और प्रोटीन का उत्पादन भी सही प्रकार से नहीं होता।

सिर्फ इतना ही नहीं, प्याज के शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंटस फ्री रेडिकल्स को ख़त्म करते हैं और उन विषाक्त तथा विदेशी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं, जो ज्यादा बढ़ने पर कई प्रकार के रोगों को जन्म दे सकते हैं।

3. पाचन संस्थान को भी सुधारती है प्याज

Onion Improves Digestive System in Hindi: प्याज का सबसे ज्यादा सकारात्मक प्रभाव शरीर के जिस तंत्र पर पड़ता है, वह है हमारा पाचन संस्थान। जो सम्पूर्ण शरीर के लिये उर्जा पैदा करता है और जिसका स्वस्थ रहना एक सबल और सशक्त देह के निर्माण के लिये परम आवश्यक है। प्याज अजीर्ण और पतले दस्त में लाभकारी है।

प्याज में स्वास्थ्यप्रद घुलनशील फाइबर, जिन्हें फ्रुक्टंस (ओलिगोफ्रुक्टोस) कहते हैं, की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। वास्तव में प्याज, फ्रुक्टंस के मुख्य आहार स्रोत में से एक है। फ्रुक्टंस, प्रीबायोटिक फाइबर कहलाते हैं, क्योंकि यह आपकी आँतों में उपस्थित, लाभदायक बैक्टीरिया को पोषण देते हैं।

फाइबर और जीवाणुओं का यह मेल, बूटरेट जैसे शोर्ट चेन फैटी एसिड्स का निर्माण करता है। जो बड़ी आंत का स्वास्थ्य सुधारता है, सूजन कम करता है और कोलन कैंसर (बड़ी आंत के कैंसर) के खतरे को कम करता है। हालाँकि IBS से पीड़ित लोगों में फ्रुक्टंस, पाचन तंत्र से संबंधित कुछ समस्याएँ पैदा कर सकते हैं।

4. हड्डियों को मजबूत और लचीला बनाती है प्याज

Onion keeps Your Bones Healthy in Hindi: प्याज हड्डियों का घनत्व बढाकर, उन्हें मजबूत और लचीला बनाता है। मेनोपॉज के बाद की अवस्था से गुजरने वाली स्त्रियों में ओस्टियोपोरोसिस की समस्या बहुत आम है और अगर आहार पर विशेष ध्यान दिया जाय, तो इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है। जानवरों पर हुए कुछ शोधों में पता चला है कि प्याज अस्थिक्षय यानि हड्डियों के क्षरण को रोकती है।

सिर्फ इतना ही नहीं यह हड्डियों के घनत्व को भी बढ़ा सकती है। 50 वर्ष से उपर की औरतों के एक बड़े समूह पर हुए अध्ययन में पता चला है कि नियमित रूप से प्याज का सेवन करने से, हड्डियों का घनत्व बढ़ जाता है। अगर कुछ विशेष फलों, सब्जियों और हर्ब्स का सेवन किया जाय, तो पोस्टमेनोपौज की अवस्था से गुजरने वाली स्त्रियों की हड्डियों की कमजोरी दूर हो जाती है।

5. मस्तिष्क के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है प्याज

Onion is A Great Food for Human Brain in Hindi: प्याज, मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिये भी बहुत अच्छी है, क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध है। इसमें उपस्थित फायटोकेमिकल्स मस्तिष्क की कार्यक्षमता सुधारते हैं तथा नर्वस सिस्टम को लचीलापन प्रदान करते हैं।

प्याज में उपस्थित सल्फर, याददाश्त बढ़ाने में मददगार है और बुजुर्गों के लिये विशेष रूप से फायदेमंद है। इसके अलावा मिर्गी के दौरे, हिस्टीरिया और माइग्रेन में भी प्याज के इस्तेमाल से आराम मिलता है। अगर चक्कर आने पर प्याज सुंघाई जाय, तो रोगी को होश आ जाता है।

6. गर्मियों में जानलेवा लू से बचाती है प्याज

Onion Protects from Sunstroke in Hindi: प्याज को लू का रामबाण उपचार कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि गर्मियों में भोजन के साथ, प्याज का सेवन करने से शरीर पर गर्मी का घातक प्रभाव नहीं पड़ता है। यही कारण है कि भारत में बुजुर्ग, गर्मियों में घर से बाहर निकलने वाले व्यक्ति को, अपने साथ प्याज ले जाने की सलाह देते हैं। क्योंकि उत्तर भारत में, गर्मियों के मौसम में तेज गर्म हवाएँ, जिन्हें लू कहा जाता है, बहुत आम हैं।

यह गर्म हवाएँ स्वास्थ्य के लिये बहुत खतरनाक होती हैं और ताकतवर से ताकतवर व्यक्ति इनके शिकंजे में फंसकर मरणासन्न स्थिति में पहुँच जाता है। लेकिन अगर प्याज का रस, कनपटी और सीने पर लगा लिया जाय तो लू का इतना असर नहीं पड़ता। इसके अलावा लू लगने पर, प्याज के रस को पीने, अपने सिर और मस्तक पर लगाने से तथा सूँघने से भी गर्मी का असर कम हो जाता है।

7. खून को जमने और थक्के बनने से रोकती है प्याज

Onion Prevents Blood Clotting in Hindi: प्याज रक्त को जमने से रोकती है। क्योंकि इसमें रूटीन (Rutin) नामक एक यौगिक पाया जाता है, जो एक शक्तिशाली रक्त को न जमने देने वाला तत्व (Anti-thrombotic Compound) है। खून के थक्के जमने की समस्या धमनियों और शिराओं के भीतर पैदा होती है, जो असंयमित खान-पान के कारण भी पैदा हो सकती है।

प्याज रक्त में प्लेटलेट्स को एक-दूसरे से चिपकने से रोक सकती है। इससे खून के थक्के नहीं बनने पाते और हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है। प्याज एनीमिया की समस्या भी दूर करती है, क्योंकि इसमें आयरन और दूसरे जरुरी मिनरल उपस्थित होते हैं जो नयी लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करते हैं।

Incredible Benefits of Onion in Hindi with Images

8. कैंसर जैसे जानलेवा रोग की रोकथाम करती है प्याज

Onion helps in Prevention of Cancer in Hindi: प्याज न केवल कैंसर की रोकथाम करने में सहायता करती है, बल्कि यह कैंसर कोशिकाओं को नष्ट भी करती है। Science Daily में छपे एक शोध के अनुसार, लाल-गुलाबी प्याज स्तन और बड़ी आंत की कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सबसे ज्यादा प्रभावी है। प्याज खाने से, कई तरह के कैंसर का खतरा, 2 से 3 गुणा तक कम हो जाता है, जिनमे ब्रेस्ट कैंसर, पेट का कैंसर, कोलन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर मुख्य हैं।

गुएल्फ विश्वविद्यालय में संपन्न हुए एक विस्तृत अध्ययन में पाया गया है कि प्याज में पाये जाने वाले तत्व, फिसेटिन, क्वेरसिटिन (Quercetin) और एंथोंसायनिन (Anthocyanin) प्याज के इस कैंसरनाशक गुण के लिये जिम्मेदार हैं। यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकते हैं, क्योंकि यह उनके आपसी सम्प्रेषण में बाधा पैदा करते हैं। इसके अतिरिक्त यह कैंसर कोशिकाओं को स्वयं को नष्ट करने के लिये भी उत्तेजित करते हैं।

इसके अलावा प्याज में एलियम व एलील डिसल्फाइड जैसे जरूरी फाइटोकेमिकल्स भी पाये जाते हैं, जो बाद में एलिसिन में बदल जाते हैं। कई वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि एलिसिन नामक तत्व, कैंसर और डायबिटीज से मुकाबला करने में सक्षम है और जो लोग अलियम कुल की सब्जियाँ खाते हैं, उनमे कैंसर पनपने का खतरा 22% तक कम हो जाता है।

9. मधुमेह से पीड़ित रोगियों के लिये फायदेमंद है प्याज

Onion helps in Diabetic Control in Hindi: प्याज मधुमेह के रोगियों के लिये लाभदायक है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को नियंत्रण में लाती है। टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित 42 लोगों पर हुए एक अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है कि 100 ग्राम ताज़ी लाल प्याज खाने से लगभग 4 घंटे बाद, फास्टिंग ब्लड शुगर का स्तर 40 mg/dl तक कम हो जाता है।

इसके अलावा जानवरों पर हुए कई अध्ययन में भी यह बात सामने आई है कि नियमित रूप से प्याज खाने से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। मधुमेह से पीड़ित चूहों को 28 दिनों तक प्याज का रस देने पर उनकी रक्त शर्करा के स्तर में काफी कमी देखी गयी थी।

वैज्ञानिकों ने इसका कारण, प्याज में उपस्थित क्रोमियम, क्वरसिटिन और गंधक जैसे मधुमेहरोधी तत्वों को बताया है, जो प्याज में प्रचुरता से उपस्थित होते हैं। उदाहरण के लिये क्वरसिटिन, छोटी आंत, पैंक्रियास, सिर की माँसपेशियों, वसा उतकों और लीवरकी कोशिकाओं के साथ मिलकर काम करता है और पूरे शरीर की ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।

10. त्वचा रोगों का असरदार घरेलू इलाज है प्याज

Onion is A Simple Remedy for Skin Problems in Hindi: प्याज त्वचा को खिला-खिला और जवां बनाये रखने में भी मददगार है। हमारी त्वचा को विटामिन A, C और E की बहुत जरुरत होती है और प्याज में यह सभी गुण प्रचुरता से पाये जाते हैं। प्याज में पाये जाने वाले पाइथोन्यूट्रियंट्स और एंटीऑक्सीडेंटस, त्वचा की भीतरी परतों में प्रवेश कर चुकी धूल और गंदगी को बाहर निकालकर, उसका निखार वापस लाते हैं तथा फ्री रेडिकल्स को मार भगाते हैं।

त्वचा की कान्ति बढ़ाने के लिये शहद या जैतून के तेल में, प्याज का रस मिलाकर, उससे मालिश करें। प्याज का रस और हल्दी का पेस्ट भी चेहरे की चमक-दमक बढ़ाने के लिये अच्छा है। इसके अलावा प्याज का रस डार्क स्पॉट, कील-मुँहासों और पिगमेंटशन की समस्या को दूर करने में सहायक है। प्याज में उपस्थित एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्व, मुंहासों की अधिकता से पैदा होने वाली सूजन को दूर करते हैं।

प्याज के एंटीसेप्टिक गुण, हानिकारक बैक्टीरिया से त्वचा की सुरक्षा करते हैं। अगर त्वचा पर जलने के निशान पड़े हों, तो प्याज और नींबू के रस को मिलाकर, उस स्थान पर कुछ देर तक मालिश करें। नियमित रूप से ऐसा करने से इन निशानों का रंग धीमा पड़ने लगता है और यह नजर आना बंद हो जाते हैं। प्याज के रस में कई प्रकार के एसिड भी उपस्थित होते हैं। यह कम तीव्रता वाले अम्ल, मस्सों को जड़ से ख़त्म कर सकते हैं।

11. खतरनाक हैजा से भी बचाती है प्याज

Onion Protects from Cholera in Hindi: प्याज हैजा का बड़ा कारगर इलाज मानी जाती है। हैजा होने पर, एक कटोरी में 5 प्याज का रस निकाल लें। उसमे दो नींबू, 5-7 काली मिर्च और एक चम्मच अदरक का रस मिला लें। थोड़ी-थोड़ी देर बाद पीड़ित व्यक्ति को पिलाते रहें। कई शोध में पाया गया है कि प्याज में ऐसे एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो हैजा को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।

सच तो यह कि भारतीय उपमहाद्वीप में आज से 70-80 बरस पहले तक, जबकि हैजा की कोई प्रमाणित दवाई या टीका उपलब्ध नहीं था, तब इसका अधिकतर उपचार, प्याज के रस से ही किया जाता था। हैज़ा और प्लेग की महामारी के दौरान तो ऐसा होना बहुत ही आम था। उल्टी लगने पर या बदहजमी होने पर प्याज का आधा चम्मच रस, काले नमक के साथ पीने से लाभ होता है। यह कम मात्रा में बच्चों को भी दिया जा सकता है।

12. जुओं और रूसी की समस्या को ख़त्म करती है प्याज

Onion can Treat Dandruff in Hindi: दुनिया में बहुत से लोगों को डैंड्रफ की समस्या होती है और यह समस्या सर्दियों में कुछ ज्यादा ही हो जाती है, क्योंकि सिर में ड्राईनेस बढ़ जाती है। प्याज का रस सिर में रूसी की समस्या को खत्म कर देता है, क्योंकि यह एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर है। इसके लिये प्याज के रस में, नींबू का रस, तुलसी का रस और दही मिलाकर लगायें, डैंड्रफ से छुटकारा मिल जायेगा।

प्याज का रस, बालों में पैदा होने वाली जूँ से बचाने में भी बहुत मददगार है। क्योंकि इसके रस की तीखी गंध और सल्फरयुक्त अंश के कारण वह मर जाती हैं। तो अगर आप भी जुओं की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो बस 3-4 दिन तक, अपने बालों में दो चम्मच प्याज का रस लगाकर, अच्छी तरह मालिश कर लें, जुएँ समाप्त हो जाएँगी।

13. स्त्रियों के कष्टप्रद मासिक धर्म में फायदेमंद है प्याज

Onion Helps in Menstrual Cramps in Hindi: मासिक धर्म या माहवारी के कष्टों से जूझ रही स्त्रियों के लिये प्याज बहुत लाभदायक है, क्योंकि यह उनके पीरियड्स में होने वाली ब्लीडिंग और दर्द को कम करने में असरदार है। इसके अतिरिक्त प्याज का रस, महिलाओं के मासिक चक्र को भी नियमित करता है। नियमित रूप से कुछ दिनों तक प्याज के रस में, शहद मिलाकर लेने से मासिक धर्म की अनियमितता व दर्द से राहत मिलती है।

34 Surprising Benefits of The Onion in Hindi

14. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत है प्याज

Onion contains Powerful Antioxidants in Hindi: प्याज में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो खतरनाक Free Radicals को ख़त्म करके शरीर को सुरक्षित रखते हैं। यह तत्व चयापचय की प्रक्रिया में शरीर के भीतर ही पैदा होते हैं और रक्त वाहिनियों से लेकर शरीर की प्रत्येक कोशिका को नुकसान पहुँचाते है। प्याज में पाये जाने वाले फायटोकेमिकल्स इन तत्वों को शरीर से बाहर निकालते हैं और रोगों के असमय होने वाले आक्रमण से हमें बचाते हैं। प्याज में उपस्थित 4 सबसे महत्वपूर्ण यौगिक हैं –

एंथोसायनिंस (Anthocyanins), क्वेरसेटिन (Quercetin), गंधक के यौगिक (Sulfur compounds) और थियोसल्फीनेट्स (Thiosulfinates)। एंथोसायनिंस सिर्फ लाल और बैंगनी रंग की प्याज में ही पाये जाते हैं। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स और पिगमेंट्स ही प्याज को इसका कुदरती लाल रंग प्रदान करते हैं। क्वेरसेटिन भी एक एंटीऑक्सीडेंट् फ्लेवोनोइड है और यह ब्लड प्रेशर कम करने तथा दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान देता है।

गंधक के यौगिक मुख्य रूप से सल्फाइडस और पोलीसल्फाइडस होते हैं जो कैंसर से बचाव करते हैं। थियोसल्फीनेट्स भी गंधकयुक्त यौगिक होते हैं और यह हानिकारक सूक्ष्म जीवाणुओं को बढ़ने से तथा खून के थक्के जमने से रोकते हैं। दूसरी प्याजों की तुलना में, लाल और पीली प्याज में कहीं ज्यादा एंटीऑक्सीडेंटस होते हैं।

वास्तव में पीली प्याज में, सफ़ेद पेज की तुलना में कम से कम, 11 गुणा ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट्स पाये जाते हैं। हालाँकि पकाने पर कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स का स्तर गिर जाता है। प्याज से निकलने वाला तेल भी गुणकारी होता है। इस तेल में भी एंटीऑक्सीडेंट, एटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते हैं।

15. कई तरह की यौन समस्याओं का इलाज है प्याज

Onion is an Effective Treatment of Sexual Diseases in Hindi: प्याज पुरुषों की सेक्स पॉवर यानि यौन क्षमता बढ़ाने वाली सब्जी है। यह कई प्रकार के सेक्स रोगों के उपचार में भी प्रयुक्त होती है। यह शुक्राणुओं की संख्या (Sperm Count) बढाती है, लिंगोत्थान (Erectile Dysfunction) की समस्या को दूर करती है, यहाँ तक कि यह शीघ्रपतन की समस्या में भी लाभ पहुँचाती है।

प्याज का रस निकालकर, उसमे गुड़ मिलाकर खाने से वीर्य की वृद्धि होती है। सफेद प्याज के रस को शहद के साथ लेने पर भी ऐसा ही फायदा होता है। प्रतिदिन प्याज के 2 चम्मच रस में, इतना ही घी मिलाकर पीने से यौन शक्ति बढ़ती है। सफेद प्याज का रस, शहद, अदरक का रस और घी का मिश्रण लगातार 30 दिनों तक लेने से, वीर्य की कमी, कामेच्छा और नपुंसकता दूर हो जाती है।

प्रतिदिन सुबह के समय, खाली पेट एक तोला प्याज का रस लेने से, नपुंसकता में आराम होता देखा गया है, बशर्ते वह जन्मजात विकार न हो। अगर आप नियमित रूप से भोजन के साथ एक प्याज का रोजाना सेवन करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा है। क्योंकि इससे आपकी यौन शक्ति बढती है और वह भी बिल्कुल कुदरती और आसान तरीके से।

16. आँखों की पीड़ा को मिटाने में भी मददगार है प्याज

Onion is Beneficial for Eyes in Hindi: हालाँकि इस पर विश्वास करना मुश्किल है कि आँखों से पानी निकालने वाली प्याज, आँखों के स्वास्थ्य के लिये भी फायदेमंद है। लेकिन यह सच है, क्योंकि इसमें विटामिन A पाया जाता है। प्याज को खाने पर, लीवर ग्लूटाथिओन प्रोटीन का निर्माण करता है जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है।

यह प्रोटीन, मोतियाबिंद और आँखों की अन्य बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। हरे प्याज में विटामिन A की मात्रा ज्यादा पायी जाती है। अगर आँखों की रोशनी कम हो गयी हो, तो प्याज के रस को गुलाब जल में मिलाकर 2-2 बूँद डालने से लाभ होता देखा गया है, पर फिर भी चिकित्सक की सलाह लेनी ज्यादा बेहतर है।

17. गैस और वात रोगों की दुश्मन है प्याज

Onion is A Powerful Remedy of Gastric Problems in Hindi: प्याज वात रोगों की दुश्मन है। इसी कारण से इसे गैस, कब्ज, अजीर्ण जैसी व्यापक स्वास्थ्य समस्याओं में नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाता है। प्याज में सल्फर (गंधक) की प्रचुर मात्रा होती है जो आँतों में भरी हुई गैस को आसानी से गुदामार्ग से बाहर निकाल देती है। प्याज गैस से होने वाले पेट दर्द में आराम देती है, क्योंकि इसमें सैपोनिंस पाये जाते हैं।

सैपोनिंस में एंटी-स्पाज्मोजिक सामर्थ्य होती है जो पेट की मरोड़ को ज्यादा समय तक कायम नहीं रहने देता और आपकी आँतों को साफ़ और सुचारू ढंग से कार्य करने में मदद करता है। अगर आपके दस्त लगे हों, तो थोडा सा प्याज का रस अपनी नाभि पर लगायें या किसी पट्टी के माध्यम से उसे नाभि पर लगाकर रखें, लाभ होगा।

18. नकसीर बहने से भी रोकती है प्याज

Onion can Heal Nose-bleeding in Hindi: गर्मियों में नकसीर चलना एक आम सामयिक बीमारी है, क्योंकि शरीर एक हद से ज्यादा उच्च तापमान नहीं सह सकता है। नाक की म्यूकस झिल्ली बहुत ही पतली और कोमल होती है। गर्म और शुष्क हवाओं के कारण नाक के अंदर की सहज नमी ख़त्म हो जाती है और ड्राईनेस बढ़ने के कारण, रक्त रिसकर नाक से बाहर आने लगता है।

ऐसी स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को कच्चा प्याज काटकर, 4 से 5 मिनट तक सूंघना चाहिये और पैर फैलाकर, सिर नीचा करके लेट जाना चाहिये। इससे थोड़ी ही देर में खून बहना बंद हो जायेगा। अतिरिक्त उपाय के रूप में उसके सिर की गर्मी कम करने के लिये मुँह पर हल्का भीगा रुमाल रख देना चाहिये।

19. बुखार में भी लाभ करती है प्याज

Onion can Help in Reducing Fever in Hindi: प्याज का रस सामान्य बुखार में, जो अक्सर मौसम बदलने पर होता है, को दूर करने में कारगर है। प्याज  के रस से भीगी पट्टी को सिर पर रखने या टुकड़ों को सिर पर रखने से यह तापमान में कमी लाता है। इसके साथ-साथ, अगर पैरों के तलवों तथा हाथ-पैरों में इसके रस से मालिश की जाय तो और आराम मिलता है।

20. गुर्दों की पथरी की शिकायत भी दूर करती है प्याज

Onion can Treat Kidney Stone Problems in Hindi: प्याज, पथरी की समस्या को दूर करने में भी बहुत उपयोगी है। अगर किडनी में स्टोन की समस्या है, तो प्याज का दो चम्मच रस, सुबह के समय चीनी के साथ मिलाकर, खाली पेट पीना चाहिये। अगर घुलनशील पथरी है, तो वह टूटकर या घुलकर पेशाब के रास्ते से बाहर आ जायेगी। यह पथरी की वह सरल आयुर्वेदिक औषधि है जो आपके मूत्र संस्थान और प्रजनन अंगों को भी बल देगी।

Pyaj Khane Ke Fayde in Hindi प्याज खाने के फायदे

21. दिल की बीमारियों के उपचार में कारगर है प्याज

Onion is beneficial in Heart Problems in Hindi: प्याज ह्रदय रोगों में भी लाभदायक है। इसमें पाये जाने वाले क्वेरसेटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंटस और यौगिक सूजन कम करते हैं तथा ट्राईग्लिसराइडस को घटाकर कोलेस्ट्रोल का स्तर कम करने में कारगर हैं, जिससे दिल के रोगों का खतरा कम हो जाता है। पकी प्याज की तरह, हरी प्याज भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम बनाये रखने में उतनी ही कारगर है।

Onion Regulates Blood Pressure in Hindi: प्याज में क्वेरसेटिन प्रचुर मात्रा में उपस्थित होता है और एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी होने के कारण, यह ब्लड प्रेशर घटाने में भी मददगार है। एक अध्ययन में पाया गया था कि हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित 70 ज्यादा वजन वाले लोगों में क्वेरसेटिन से भरी प्याज का 162 मिग्रा रस प्रतिदिन देने से, सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 3-6 मिमीपारा तक कम हो जाता है।

इसके अलावा पोलीसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम से पीड़ित 54 औरतों पर हुए एक अध्ययन में पाया गया कि ज्यादा वजन बढ़ने पर कच्ची लाल प्याज की ज्यादा खुराक (40-50 ग्राम/दिन) लगातार 8 सप्ताह तक लेने पर, खराब कोलेस्ट्रोल का स्तर काफी घट जाता है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस की एक रिपोर्ट में भी, कुछ ऐसे ही तथ्य सामने आये थे। जानकारी के लिये बता दें कि कोलेस्ट्रोल का दिल के दौरों से सीधा संबंध है।

22. मूत्र रोगों को दूर करने में भी कारगर है प्याज

Onion can Prevents Urine Infections in Hindi: प्याज का रस, मूत्र रोगों के उपचार में लाभदायक सिद्ध हो सकता है, क्योंकि यह उत्सर्जन तंत्र से विषैले पदार्थों को दूर करने में समर्थ है। प्याज के रस को पानी में उबालकर पीने से पेशाब की समस्याएँ दूर हो जाती हैं। अगर पेशाब के रास्ते में बंध लगने के कारण मूत्र नहीं आ रहा हो, तो इसमें भी प्याज लाभ देती है।

प्याज के रस से भीगा कपडा, पेट पर बाँधने से या प्याज के रस में आटा मिलाकर लगाने से बंध खुल जाता है। जिन महिलाओं को अक्सर यूटीआई इंफेक्शन यानि मूत्र मार्ग में संक्रमण का सामना करना पड़ता है, उनके लिये भी प्याज फायदेमंद है। इस इन्फेक्शन में पेशाब करते हुए मूत्र मार्ग में बड़ी तेज जलन होती है और पस सेल्स भी जाने लगती हैं।

अगर समस्या गंभीर हो जाय, तो पेडू के स्थान में दर्द के साथ-साथ तेज बुखार भी आ जाता है। इससे बचने के लिये प्याज का रस लाभदायक हो सकता है, क्योंकि यह एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। उपर हम इसके बारे में बता ही चुके हैं। संक्रमण को दूर करने के लिये 6-7 दिन तक दिन में 3 बार 3 चम्मच प्याज का रस पानी में मिलाकर लें।

23. अनिद्रा का रोग भी दूर कर सकती है प्याज

Onion can Treat Insomnia in Hindi: प्याज अनिद्रा के रोग के उपचार में भी लाभदायक है, विशेषकर बच्चों में इसका बड़ा सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। प्याज में उपस्थित प्रोबायोटिक्स तनाव को दूर करके अच्छी नींद लाने में मदद करते हैं। प्याज खाने से पाचन संस्थान सही रहता है और शरीर में वात-पित्त कफ का संतुलन भी कायम रहता है। इस वजह से शरीर स्वाभाविक विश्रांति की अवस्था में रहता है जो नींद लाने के लिये जरुरी है।

24. पीलिया रोग में भी आराम करती है प्याज

Onion can Help in Curing Jaundice in Hindi: प्याज पीलिया जैसे गंभीर रोग में भी आराम देती है। आधा कप सफ़ेद प्याज के रस में 5 ग्राम गुड और 2 ग्राम पीसी हुई हल्दी मिला लें। फिर इसे सुबह-शाम पीयें, ऐसा करने से पीलिया रोग में लाभ होता है। एक अन्य उपाय में प्याज को छिलकर उसे बहुत छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और फिर उन्हें नींबू के रस में कुछ देर के लिये भिगों दें। 10-15 मिनट बाद जब नींबू का रस उनमे अच्छे से मिल जाय, तो काली पिर्च का पाउडर छिडककर खायें। इससे अजीर्ण और अपच की समस्या भी दूर होती है।

25. कान के रोगों का घरेलू इलाज है प्याज

Onion is A Home Remedy for Ear Problems in Hindi: प्याज कर्ण रोगों के सरल और घरेलू उपचारों में से एक है। अगर कान में दर्द हो रहा हो या कान बह रहा हो, तो प्याज का रस निकालकर उसे हल्का गर्म करके कान में डाल लें। अगर कान में खुश्की भी हो तो सरसों के तेल में प्याज का रस मिला लें। हालाँकि अभी इस संबंध में विशेष वैज्ञानिक शोध नहीं हुए हैं, लेकिन भारत में यह उपाय, सदियों से काम में लाया जा रहा है।

26. बवासीर और जख्म होने पर भी लाभ देती है प्याज

Onion can Heal Piles and Wounds in Hindi: प्याज बवासीर के रोग में भी लाभदायक है। खूनी बवासीर में सुबह-शाम, दो-दो चम्मच प्याज के रस में मिश्री और पानी मिलाकर, कुछ दिनों तक लें। इससे खून आना बंद हो जायेगा। सफ़ेद प्याज खाने से भी बवासीर की समस्या में आराम होता है। इसके अलावा प्याज का रस, घावों को ठीक करने में भी मदद करता है। एंटी-सेप्टिक गुणों के कारण, प्याज का रस, घाव पर लगाने से इन्फेक्शन नहीं फैलता है तथा घाव भी जल्दी ही भर जाता है।

27. कीड़ों के काटने से उत्पन्न जलन शांत करती है प्याज

Onion Reduces Effects of Bug Bites in Hindi: कीड़े-मकोडों  के काटने पर जलन और संक्रमण होना आम बात है, विशेषकर बरसात के मौसम में और नमी वाले स्थानों पर। काटे हुए स्थान पर, प्याज के रस में थोडा सा शहद मिलाकर लगा लें, इससे उनके विष का प्रभाव कम हो जायेगा। प्याज का रस आपको ततैये व मधुमक्खी के डंक के साथ-साथ, जहरीले बिच्छू के दंश से होने वाली पीड़ा में भी आराम देगा, क्योंकि इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

 

Mind Blowing Health Benefits of Onion in Hindi

28. शक्तिशाली और खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ता है प्याज

Onion Fights with Powerful and Harmful Bacteria in Hindi: प्याज में प्रचंड जीवाणुनाशक गुण उपस्थित होते हैं और यह ई. कोलाई, स्यूडोमोनास एरूगिनोसा, स्टेफीलोकोककस औरुस और बैसिलस सेरेउस जैसे शक्तिशाली और खतरनाक बैक्टीरिया से आसानी से लड़ सकते हैं। इसके अलावा एक अध्ययन में पता चला है कि प्याज का रस, विब्रियो कॉलरा नाम जीवाणु को बढ़ने से भी रोक सकता है, जो विकासशील देशों में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बना हुआ है।

प्याज में पाया जाने वाला क्वरसेटिन भी, बैक्टीरिया से लड़ने में काफी हद तक सक्षम होता है। एक टेस्ट-ट्यूब स्टडी में यह प्रदर्शित हुआ कि पीली प्याज के छिलकों से निकाले गये क्वरसेटिन ने, हेलिकोबेक्टर पायलोरी और मेथीसिलिन रेसिस्टेंट, स्टेफीलोकोककस औरुस, जीवाणुओं की वृद्धि सफलतापूर्वक रोक दी थी।

खास बात यह है कि पकी प्याज और हरी प्याज दोनों के अन्दर एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। जानकारी के लिये बता दें कि एच. पायलोरी वह जीवाणु है, जो पेट के अल्सर और कुछ तरह के पेट के कैंसर के लिये जिम्मेदार है। जबकि MRSA वह एंटीबायोटिक-रेसिस्टेंट बैक्टीरिया है, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में संक्रमण पैदा करता है।

एक अन्य टेस्ट-ट्यूब स्टडी में यह पता चला कि क्वरसेटिन ने ई.कोलाई और एस. औरुस की कोशिका भित्तियों और झिल्लियों को नुकसान पहुँचाया था। प्याज में पाए जाने वाले पाइथोकेमिकल्स, गैस्ट्रिक अल्सर के असर को काफी हद तक कम कर देते हैं।

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