The story of A Foolish Queen Elisabeth in Hindi

 

“बुद्धि अंडरवियर (अंतःवस्त्र) की तरह है। यह जरूरी है कि यह हम सभी के पास हो, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हम इसे सुपरमैन की तरह दिखाते फिरें।”
– अज्ञात

 

Queen Elisabeth of Russia रानी एलिसाबेथ (1709-1762)

जिस तरह दुनिया में एक से बढ़कर एक बुद्धिमान और ज्ञानी हुए हैं, उसी तरह से यह संसार विचित्र आदतों वाले मूर्खों से भी भरा हुआ है और इन्ही में से एक थी रानी एलिजाबेथ। साम्राज्ञी एलिजाबेथ रूस की ही साम्राज्ञी कैथरीन द ग्रेट के पति की बुआ थी। कैथरीन की तरह इसने भी पूरे अधिकार के साथ रूस पर शासन किया था। निरंकुश शक्ति आदमी को कैसा बना देती है, यह एलिजाबेथ के साथ भी हुआ।

वह अपनी टाँगों को बहुत सुन्दर समझती थी और उनके प्रदर्शन का कोई मौका नहीं चूकना चाहती थी। पर समस्या यह थी कि उस समय स्त्रियों की ड्रेस के रूप में बड़े और पैरों तक ढके रहने वाले घाघरों का चलन था। जिसका तात्पर्य था कि वह अपनी टाँगे किसी को नहीं दिखा सकेगी। जबकि पुरुषों के कपड़ों के रूप में ट्राउजर और शरीर से चिपके रहने वाले कपड़ों का चलन था।

एलिजाबेथ पुरुषों की ड्रेस पहनना चाहती थी, लेकिन वह यह भी नहीं चाहती थी कि सभी स्त्रियों में वही सबसे अलग लगे। इसका उसने एक बड़ा विचित्र समाधान निकाला। उसने आदेश दिया कि अब से स्त्री-पुरुष ड्रेस बदलकर पहनेंगे। अर्थात पुरुष औरतों की वेशभूषा धारण करेंगे जबकि स्त्रियाँ मर्दों वाले कपडे पहनेंगी।

लेकिन Cross-dressing का यह नया चलन सभी स्त्रियों को पसंद नहीं आया, विशेषकर बड़ी उम्र की वे स्त्रियाँ जिनकी टाँगे मोटी और छोटी दिखायी देती थीं। लेकिन इस चलन से वास्तविक समस्या जिसे हुई थी वह थे पुरुष, क्योंकि उन बेचारों को उन बड़ी और घेरेदार स्कर्ट्स को पहनकर चलते समय बड़ी समस्या होती थी।

उन्हें तो यह भी समझ में नहीं आता था कि कैसे चलते समय उसे संभाला जाय, फिर पार्टियों में डांस करने की बात तो दूर ही ठहरी। इसके अलावा पुरुषों से यह भी उम्मीद की जाती थी कि वे औरतों की ही तरह का हेयरस्टाइल रखें। अकस्मात के इस चलन से अक्सर दुर्घटनाएँ भी होने लगी।

जैसे कैथरीन द ग्रेट जो उस समय किशोर वय की ही थी, नाचते-नाचते गिर पड़ी और एक आदमी के स्कर्ट के नीचे आ गयी। इससे पार्टी में एकबारगी बड़ी विचित्र स्थिति पैदा हो गयी, पर यह दस्तूर चलता ही रहा। आखिरकार साम्राज्ञी के आदेश की अवहेलना कौन कर सकता था? खैर इस चलन का अंत तभी हुआ जब एलिजाबेथ की मृत्यु हो गयी।

संसार की सबसे विचित्र रानियों के बारे में जानने के लिये पढ़ें – Story of 10 Weird Queens in Hindi

“बुद्धिमान व्यक्ति दूसरे लोगों की गलतियों से सीखते हैं, पर मूर्ख खुद की गलतियों से।”
– एच. जी. बाँन

 

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