History of Bermuda Triangle Mystery in Hindi

 

“बरमूडा ट्रायंगल जिसे शैतानी त्रिकोण के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया के सबसे रहस्यमयी स्थानों में से एक है। यह उत्तर अटलांटिक महासागर के पश्चिमी भाग में पड़ने वाला क्षेत्र है और पिछले 100 वर्षों से भी अधिक समय से अन्वेषकों और वैज्ञानिकों को, वायुयानों और जहाजों के अकल्पनीय रूप से गुम होने के कारण आश्चर्यचकित करता रहा है।”

 

Bermuda Triangle Mystery in Hindi

वैसे तो संसार में ऐसी कई रहस्यमयी जगह हैं जिनके बारे में वैज्ञानिक बहुत खोज करने के पश्चात भी आज तक कुछ नहीं जान सकें हैं, लेकिन बरमूडा ट्रायंगल उनमे विशेष है। इस वृहत क्षेत्र में घटने वाली अनेकों अजीबोगरीब घटनाओं ने सारी दुनिया का ध्यान खींचा है। लेकिन फिर भी यह उतना ही आश्चर्यजनक है कि कभी भी संसार के किसी देश या किसी महत्वपूर्ण वैश्विक संस्था ने गंभीरता से इन घटनाओं को नहीं लिया है।

यह तथ्य इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि आधिकारिक रूप से Bermuda Triangle का कोई भी मानचित्र उपलब्ध नहीं है और आप कभी नहीं जान पायेंगे कि कब आप इसकी सीमा में प्रवेश कर गये। इस क्षेत्र में पड़ने वाले अधिकाँश देशों की सरकारों की तरह ही कई वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के मत में बरमूडा ट्रायंगल एक काल्पनिक क्षेत्र भर है।

जिसमे होने वाली असामान्य घटनाएँ सिर्फ मानवीय भूलों और मौसम की प्रतिकूलताओं के कारण ही घटित हुई थी। अमेरिकी संस्था U. S. Board of Geographic Names भी बरमूडा ट्रायंगल को मान्यता नहीं देती है जिसका एक शहर इस त्रिकोण का बिंदु है। लेकिन अधिकतर लोगों, विशेषज्ञों और कई लेखकों का मत है कि इस त्रिकोण में अवश्य ही कुछ न कुछ रहस्यमय जरुर है।

अन्यथा दुनिया के किसी अन्य समुद्री क्षेत्र की तुलना में Bermuda Triangle में ही क्यों इतने अधिक वायुयान और जहाज गुम होते रहे हैं। वे इसके पीछे अपसामान्य और परग्रही वस्तुओं (Extraterrestrial Beings) को जिम्मेदार ठहराते हैं। इस लेख को अंत तक ध्यान से पढ़ें, इन्टरनेट पर दिये अन्य लेखों की तुलना में यह लेख अधिक विस्तृत और सारगर्भित है।

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History of Bermuda Triangle in Hindi

Bermuda Triangle Location in Hindi कहाँ है यह त्रिभुज

बरमूडा ट्रायंगल, संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी तट से दूर, उत्तर-पश्चिम अटलांटिक महासागर का ही एक क्षेत्र है। जिसका कुल क्षेत्रफल अलग-अलग लेखकों के अनुसार 1,300,000 किमी2 (500,000 वर्ग मील) से लेकर 3,900,000 किमी2 तक है, हालाँकि अधिकाँश विशेषज्ञ इसका क्षेत्रफल 1,400,000 किमी2 ही मानते हैं।

बरमूडा ट्रायंगल (शैतानी त्रिकोण) के तीन बिंदु माने जाते हैं – फ्लोरिडा राज्य का मियामी शहर, प्युर्टो रिको का सेन जुआन और अटलांटिक महासागर का मध्य द्वीप बरमूडा। बरमूडा ट्रायंगल के क्षेत्र में फ्लोरिडा जलडमरू मध्य और बहामास से अजोरेस तक का वह सम्पूर्ण कैरेबियाई द्वीप क्षेत्र सम्मिलित है जो पूर्वी अटलांटिक महासागर में स्थित है।

कुछ लेखक इसमें मैक्सिको की खाड़ी को भी सम्मिलित करते हैं, हालाँकि ज्यादातर दुर्घटनाएँ बहामास और फ्लोरिडा जलडमरू मध्य के बीच ही घटित हुई हैं। बरमूडा ट्रायंगल को Devil’s Triangle या शैतान के त्रिकोण के नाम से भी पुकारा जाता है, जिसका श्रेय इसे यहाँ होने वाले अजीबोगरीब वाकयों के कारण मिला है।

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Bermuda Triangle Mystery in Hindi त्रिभुज का रहस्य

बरमूडा ट्राएंगल को यह नाम सन 1964 में मिला, उसी साल अमेरिका ने एक अंडरवाटर बेस इस इलाके में बनाने का फैसला किया, जिसे Atlantic Undersea Test and Evaluation Center के नाम से जाना जाता है। यह बहामास के एंड्रोस आइलैंड में स्थित है। बरमूडा ट्राएंगल सैकड़ों वर्षों से हर किसी के लिये एक अबूझ मिस्ट्री बना हुआ है।

इसकी सबसे पहले चर्चा करने वाले भी वही क्रिस्टोफर कोलंबस थे, जिन्होंने पहली बार अमेरिका महाद्वीप का पता लगाया था। सन 1492 में जब कोलंबस का जहाज इस डेविल ट्राएंगल से होकर गुजर रहा था, तो उन्होंने अपना आश्चर्यजनक अनुभव कुछ इन शब्दों में बताया –

“मैंने और चालक दल ने देखा कि क्षितिज पर एक अद्भुत रोशनी नृत्य कर रही थी। ऐसा लग रहा था कि जैसे आसमान में आग की लपटें उठ रहीं हों और हम किसी और ही दुनिया में आ गये हों। हमारे कंपास ने काम करना बंद कर दिया था और वह बार-बार बेतुकी दिशा दिखा रहा था। उन्होंने जहाज की लॉग बुक में उस तारीख का भी वर्णन किया है जो 11 अक्टूबर 1492 के रूप में दर्ज है।”

आधुनिक काल में Bermuda Triangle के बारे में सबसे पहला जिक्र, एसोसिएटेड प्रेस समाचार पत्र में, ई॰ वी॰ डब्लू॰ जोन्स के माध्यम से 16 सितंबर 1950 में हुआ था। इसके दो वर्ष बाद सन 1952 में फेट पत्रिका ने जॉर्ज एक्स सैंड का एक छोटा लेख “सी मिस्ट्री एट अवर बेक डोर” प्रकाशित किया। सेंड का लेख ऐसा पहला लेख था जिसमे इस अपरिचित त्रिकोणीय क्षेत्र का उल्लेख था, जहाँ नुकसान हुआ था।

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Main Reason Behind Bermuda Triangle Accidents

बहुत प्रयास करने के बावजूद वैज्ञानिक अभी तक बरमूडा ट्राएंगल के इस रहस्य का पता नहीं लगा पाये हैं कि आखिर इस क्षेत्र में ऐसी क्या चीज है जो जहाजों को निगल जाती है। इतने वर्षों तक लगातार खोज-बीन करने के पश्चात यह कुछ तथ्य सामने निकलकर आये हैं –

1. मीथेन हाइड्रेट्स हैं Bermuda Triangle की मुसीबतों की जड़

बरमूडा ट्राएंगल में जहाजों, विमानों या इंसानों के खोने का सबसे बड़ा कारण मीथेन गैस को माना गया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि इस क्षेत्र (कॉन्टिनेंटल शेल्फ) में मीथेन गैस का विशाल भंडार है जिसके कारण यहाँ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक डिस्टर्बेंस होते हैं और कम्पास या तो काम करना बंद कर देता है या फिर गलत दिशा बताता है।

ऑस्ट्रेलिया की प्रयोगशाला में हुए प्रयोगों में यह सिद्ध हुआ है कि मीथेन गैस के बुलबुलों के कारण पानी का घनत्व कम हो जाता है और पानी का एक झागदार क्षेत्र बन जाता है जिसकी वजह से छोटे या मध्यम आकार के जहाज धीरे-धीरे पानी में समाने लगते है।

2. तेज तूफान और खतरनाक बादल हैं Bermuda Triangle के राक्षस

कई मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि बरमूडा ट्राएंगल के क्षेत्र विशेष में बहुत तेज आँधियाँ और शक्तिशाली तूफ़ान अक्सर आते हैं, जो भूमध्य रेखा के निकट अटलांटिक महासागर में पैदा होते हैं। यह तूफ़ान अपने साथ-साथ जहाजों को भी दूर बहाकर ले जाते है। इन तूफानों की अधिकतम गति 200 मील प्रति घंटा तक हो सकती है। जब जहाज इन तूफानों की चपेट में आते हैं तो वह अपना संतुलन खो बैठते हैं।

बरमूडा ट्राएंगल के उपर जानलेवा बादल (Killer Clouds) अक्सर छाये रहते हैं, जो बहुत घने होते हैं और इनके अन्दर तूफ़ान उठते रहते हैं। साथ ही इलेक्ट्रिक चार्ज के कारण खतरनाक बिजलियाँ भी पैदा होती हैं, जिससे विमान या जहाज अपना संतुलन खोकर समुद्र की गहराइयों में समा जाते हैं। हजारों जिंदगियाँ खत्म करने और अरबों डॉलर के नुकसान के लिए अक्सर इन तूफानों को ही ऐतिहासिक रूप से जिम्मेदार समझा जाता है।

NASA के सेटेलाइट द्वारा लिये गये चित्रों को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि Bermuda Triangle के पश्चिमी छोर पर बादल छाये रहते हैं और इनमें से कुछ बादलों का दायरा 20 से 55 मील तक हो सकता है। हवा के इन राक्षसों के भीतर लहरें 45 फीट तक ऊँची हो सकती हैं और इससे भी बढ़कर आश्चर्यजनक बात यह है कि बादलों के किनारे बिल्कुल सीधे होते हैं।

प्रसिद्ध अमेरिकी मौसम विज्ञानियों डा. स्टीव मिलर और रैंडी सेर्वेनी कहते हैं कि सेटेलाइट से लिये गये यह चित्र बहुत अजीब हैं। सागर के उपर बादलों की यह षटकोणीय आकृति वास्तव में हवा के बम (Air Bombs) हैं और इनसे होकर गुजरना वाकई खतरों भरा काम है। वह कहते हैं कि सेटेलाइट से देखने पर भी इन बादलों की दिशा का अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल हो सकता है।

क्योंकि हवाओं के साथ ये किसी भी दिशा मुड़ सकते हैं। Air Bombs की वजह से हवाएं काफी तेज गति से चलती है और जो कुछ भी इन Air Bombs की चपेट में आ जाता है, वह बहुत तेजी से घुमाकर दूर फेंक दिया जाता है या डुबो दिया जाता है।

सन 1502 में फ्रांसिस्को डे बोबदिल्ला (Francisco de Bobadilla) के स्पेनी जहाजी बेडे के डूबने की घटना, किसी विनाशकारी आंधी के कारण होने वाली ऐसी पहली घटना थी। ऐसा माना जाता है कि अतीत में भी इन तूफानों ने ऐसी अनेक घटनाओं को जन्म दिया है।

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3. Bermuda Triangle में भटक जाता है कम्पास

बरमूडा ट्राएंगल की भौगोलिक स्थिति के बारे में कुछ लोगों का यह भी कहना है कि असामान्य चुंबकीय विसंगति (Abnormal Magnetic Interference) के कारण ही यहाँ कम्पास काम करना बंद कर देता है। बरमूडा ट्राएंगल धरती के उन कुछ सबसे दुर्लभ स्थानों में से एक है, जहाँ कम्पास चुम्बकीय उत्तरी दिशा (Magnetic North) को नहीं दिखाता है, बल्कि यह वास्तविक उत्तर दिशा की तरफ इंगित करता है। यह स्थिति भ्रम पैदा करती है जिसकी वजह से भी जहाज गुम होते रहे हैं।

4. गल्फ स्ट्रीम और Bermuda Triangle के बीच गहरा सम्बन्ध है

बरमूडा ट्रायंगल में गुम होने वाले जहाजों के पीछे विशेषज्ञ गल्फ स्ट्रीम को भी एक प्रमुख कारण मानते हैं। गल्फ स्ट्रीम एक गरम जल वाली समुद्री लहर है जो मैक्सिको की खाड़ी (Gulf of Mexico) से निकल कर फ्लोरिडा के जलडमरू से होते हुए उत्तरी अटलांटिक महासागर में गई है। संक्षेप में कहा जाय तो यह समुद्र के भीतर प्रवाहित होने वाली एक नदी है और नदी के समान, इसमे तैरने वाले पदार्थ भी हो सकते हैं।

गल्फ स्ट्रीम प्रवाह मैक्सिको की खाड़ी के बाद ट्रायंगल में प्रवाहित होता है। विलुप्त होने की कुछ घटनाओं में इसकी पाँच से छह गुच्छों की धारा की भूमिका भी हो सकती है। जिससे आकस्मिक तूफ़ान आ सकते हैं और गर्मियों में क्षेत्र में आंधियां (Hurricanes) भी आ सकती है। भारी समुद्री ट्रॅफिक और तूफानी मौसम स्थिति को इस प्रकार अपरिहार्य बना देते हैं कि बिना किसी चिन्ह के जहाज तूफ़ानो में खो सकते है।

खास तौर पर 20 वी सदी के पूर्व जब उन्नत दूरसंचार के साधन, राडार और उपग्रह तकनीक नहीं थे। अगर पानी में चलने वाले छोटे जहाज या किसी छोटी नाव के इंजन में अगर समस्या आ जाय, तो वह धारा द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक बहा कर दूर ले जायी जायेंगी।

जैसा कि केबीन क्रूजर विचक्राफ्ट के साथ 22 दिसंबर, 1967 को हुआ था। जब यह तट से एक मील की दूरी पर था, तब इसके इंजिन में खराबी आने की सूचना मिली थी। लेकिन जब एक तटरक्षक कटर वहां पहुँचा, तब यह वहां नहीं था, स्पष्ट था कि इसे लहर दूर बहाकर ले गयी थी।

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Bermuda Triangle में दुर्घटना होने के दूसरे कारण

5. समुद्री लहरें भी Bermuda Triangle में खतरे पैदा करती हैं

कुछ मौसम वैज्ञानिक और शोधार्थी बरमूडा ट्रायंगल में होने वाली घटनाओं के लिये अचानक उत्पन्न होने वाली बड़ी समुद्री लहरों को जिम्मेदार मानते हैं। यह लहरें शांत समुद्रों में भी आकस्मिक रूप से बहुत बड़ा स्वरुप धारण कर सकती हैं और जबकि अटलांटिक के इस क्षेत्र में तूफानों का पुराना इतिहास रहा है, तो ऐसी लहरों का उत्पन्न होना अविश्वसनीय नहीं है। एक ऐसी ही खतरनाक लहर से सागर रक्षक (Ocean Ranger) प्रभावित हुआ था।

ऐसी ही एक लहर ने वर्ष 1982 में विश्व के सबसे बड़े अपतटीय प्लेटफार्म, अमेरिका के न्यूफ़ाउंडलैंड तट को तहस नहस कर दिया था। लेकिन इतना होने के बावजूद यह मानने के लिए कोई विशेष कारण नहीं है कि बरमूडा ट्रायंगल के क्षेत्र में यह लहरें हद से अधिक सामान्य है और अधिकतर विशेषज्ञ जहाजों के गम होने के लिये इस कारण को स्वीकार नहीं करते हैं।

6. मानवीय भूल जिम्मेदार है Bermuda Triangle की हानियों के लिये

बरमूडा ट्रायंगल में घटित होने वाली ज्यादातर घटनाओं के लिये विज्ञानी मानवीय भूलों को ही ज्यादा जिम्मेदार ठहराते हैं। जैसे जब एक मालवाहक पोत इस क्षेत्र में गुम हुआ था तो US कोस्ट गार्ड ने बेंजीन की सही तरीके से हैंडलिंग न होने को मुख्य कारण बताया था। जब सन 1972 में बिज़नेसमैन हार्वे कोनोवेर अपनी पर्सनल बोट के साथ लापता हो गया था, तो इसमें वास्तविक गलती उसी की थी।

क्योंकि चेतावनी जारी होने के बावजूद वह दक्षिण फ्लोरिडा में आये तूफ़ान में अपनी नाव लेकर चला गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस क्षेत्र में काफी जहाज और पन्डुब्बियाँ गायब हुई थीं जो युद्ध की कार्यवाहियों का हिस्सा ज्यादा प्रतीत होती हैं। इसके अलावा कई जहाजों के गुम होने को कैरेबियाई क्षेत्र के समुद्री लुटेरों से भी जोड़कर देखा जाता है।

7. क्या UFO Bermuda Triangle की घटनाओं के लिये जिम्मेदार है

कई विशेषज्ञ बरमूडा ट्रायंगल की घटनाओं के लिये UFO को जिम्मेदार मानते हैं। कई पुस्तकों के लेखक और प्रसिद्ध भाषाविज्ञानी चार्ल्स बेर्लितज भी, सुपरनेचुरल पावर्स को ही जहाजों और इंसानों के लापता होने के लिये जिम्मेदार मानते हैं।

हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक स्टीवन स्पीलबर्ग ने अपनी फिल्म क्लोज एनकाउंटर्स ऑफ़ दी थर्ड काईंड (Close Encounters of the Third Kind) में बरमूडा ट्रायंगल में गायब हुई फ्लाईट 19 का अपहरण एलियन द्वारा होते दिखाया था, इस बात से भी लोगों के मन में ऐसी बातों ने जड़ जमायी।

अफवाहें तो यहाँ तक फ़ैल गयी हैं कि इस क्षेत्र में एलियन्स का रिसर्च सेंटर है और उन्हें बाहरी दुनिया के लोगों का इस क्षेत्र में प्रवेश बिल्कुल पसंद नहीं है। इसीलिये वह इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसके अलावा बरमूडा ट्रायंगल की घटनाओं को समुद्र में डूबे शहर अटलांटिस से भी जोड़ा जाता है।

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8. Bermuda Triangle में दुर्घटना होने के अन्य कारण

शुरुआती शोध में यह तथ्य सामने आया है कि बरमूडा ट्राएंगल के क्षेत्र में एक विशेष प्रकार का कोहरा छाया रहता है, जिसमें जहाज भटक जाते हैं। कई लोगों ने इस बात की पुष्टि भी की है उनके मत में यह समय यात्रा सुरंग (Time Travel Tunnel) भी हो सकती है। पायलट ब्रूस गेर्नों ने अपने विचित्र अनुभव के बारे में बताते हुए कहा था कि मै 28 मिनट तक जहाज को ऐसे ही उडाता रहा।

“ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे कि मै बादलों की सुरंग से गुजर रहा होऊं। जिस जहाज को वह उड़ा रहे थे, वह राडार की नज़रों से तब तक ओझल रहा, जब तक कि मियामी बीच के नजदीक नहीं आ गया।” कुछ अनुमानों के अनुसार पिछले 100 वर्षों में अभी तक लगभग 75 से ज्यादा विमान, 100 से ज्यादा जहाज (पोत) और 1000 से ज्यादा लोग बरमूडा ट्राएंगल की खतरनाक भूल-भुलैया में फँसकर अपनी जान गँवा चुके हैं।

हर साल लगभग 3 से 4 विमान और कई नाव भी इस क्षेत्र में गुम हो जाती हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि बरमूडा ट्राएंगल धरती का केंद्र बिंदु है जिसकी वजह से यहाँ अधिक गुरुत्वाकर्षण है और जब भी कोई विमान उस बिंदु के नजदीक से होकर गुजरता है, तो वह नीचे खींच लिया जाता है।

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Famous Incidents Happened in Bermuda Triangle

1. फ्लाईट 19 के विमान गायब हुए थे Bermuda Triangle में

बरमूडा ट्रायंगल के अस्तित्व को लोगों के सामने अविश्वसनीय तरीके से प्रस्तुत करने वाली सबसे महत्वपूर्ण घटना थी – फ्लाईट 19 का गायब होना, जिसने दुनिया भर के विशेषज्ञों को हिलाकर रख दिया था। आज तक भी इस घटना के बारे में बहुत खोजने पर भी कुछ विशेष पता नहीं चल सका है। Flight 19, अमेरिका के TBM एवेंजर बमवर्षक विमान (Torpedo Bombers) की एक प्रशिक्षण उड़ान थी।

जो अटलांटिक महासागर के ऊपर से गुजरते हुए 5 दिसंबर, सन 1945 को लापता हो गयी थी। इस उडान में अमेरिकी नौसेना (U.S. Navy) के पाँच विमान और 14 सैनिक शामिल थे। यह सभी फोर्ट लौडरडेल से बिमिनी द्वीप की ओर चले थे, पर बहुत खोजने पर भी उनका कहीं पता नहीं चल पाया।

लगभग 90 मिनट बाद फ्लाइट लीडर लेफ्टिनेंट चार्ल्स कैरोल टेलर ने कंट्रोल सेंटर को फोन करके बताया कि इस क्षेत्र में कुछ गड़बड़ है और जहाज के कंपस ने काम करना बंद कर दिया है। उसने बताया कि –

“उनको दिशा का कोई अंदाजा नहीं है और यहाँ सब कुछ अजीब सा लग रहा है। यहां तक कि समुद्र भी ऐसा नहीं है, जैसा होना चाहिए। हम सफ़ेद पानी में प्रवेश कर रहे हैं, कुछ भी ठीक नहीं लग रहा है। हम नहीं जानते हैं, हम कहाँ हैं। पानी हरा है, कहीं भी सफ़ेद पानी नहीं है।”

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अमेरिकन नेवी के जहाज गायब हुए थे बरमूडा ट्रायंगल में

इतना कहते ही कंट्रोल सेंटर से उनका संपर्क टूट गया और सभी 14 पायलट और वे पाँचों विमान कहां गायब हो गये, किसी को कुछ पता नहीं चला। उन्हें ढूँढने और बचाने के लिये जो तीन विमान भेजे गये, वे भी इस डेविल ट्रायंगल में लापता हो गये। उड़ान भरने के सिर्फ 27 मिनट बाद ही उनका संपर्क भी टूट गया। इस तरह एक ही दिन में यह 8 विमान और उनके पायलट कहाँ लापता हो गये, इसका कोई नामोनिशान आज तक नहीं मिला।

हालाँकि U.S. Navy ने यह कहते हुए इस अविश्वसनीय घटना को दबाने की पूरी चेष्टा की कि इस घटना के अंत तक मौसम तूफानी हो गया था और लेफ्टिनेंट चार्ल्स टेलर दक्षिण फ्लोरिडा के क्षेत्र से परिचित नहीं था। इसके अलावा उसने यह भी कहा कि उड़ान के दौरान लापता होने का टेलर का पुराना इतिहास था, और विश्व युद्ध के दौरान वह तीन बार ऐसा कर भी चुका था।

लेकिन नेवी का यह झूठ ज्यादा लोगों को इसलिये नहीं पचा, क्योंकि मौसम विज्ञानियों ने तूफ़ान के सम्बन्ध में ऐसी कोई भविष्यवाणी नहीं की थी और टेलर जो कि कई वर्षों का अनुभवी पायलट था, उसने भी तूफ़ान के बारे में कोई संकेत नहीं किया था। इसके अलावा बाद में भेजे गये तीनों विमान के चालक भी अनुभवी पायलट थे। साफ़ था कि U.S. Navy घटना को छुपाने का पूरा, मगर असफल प्रयास कर रही थी।

फरवरी 1954 में एक लेखक विंसेंट गडिस ने अर्गोसी पत्रिका में फ्लाइट 19 को रहस्यमय ढंग से गायब होने की घटनाओं से जोड़ा और इसे एक नया रोचक नाम “दी डेडली बरमूडा ट्रेंगल” दिया। इस लेख के आधार पर उन्होंने अगले वर्ष एक विस्तृत पुस्तक “इनविजिबल होरिजोंस” भी लिखी। सच कहा जाय तो बरमूडा ट्रायंगल के बारे में तरह-तरह की बातों के फैलने का सिलसिला इसी घटना से चला।

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2. USS साईक्लोप्स डूबा था Bermuda Triangle में

मानव जीवन को होने वाली हानि को देखते हुए बरमूडा ट्रायंगल में हुई अभी तक की सबसे ह्रदय विदारक घटना, 4 मार्च सन 1918 को तब हुई थी, जब USS साईक्लोप्स, जिसमे 309 लोगों का क्रू सवार था, बारबाडोस द्वीप से प्रस्थान करने के बाद लापता हो गया था। 542 मीटर लंबा यह जहाज अपने साथ सैकड़ों टन सामान भी ले जा रहा था और इसका नेतृत्व कर रहे थे अमेरिका के लेफ्टिनेंट कमांडर जी डब्ल्यू वर्ली।

पर बहुत खोजने पर भी न तो इस जहाज का कोई मलबा मिला और न ही इस सवार किसी व्यक्ति की लाश। इस जहाज का लापता होना और क्रू मेंबर का गायब होना एक बड़ा रहस्य बना हुआ है। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके गुम होने पर कहा था कि भगवान ही जानता है कि जहाज कहाँ चला गया। इसे अमेरिकन नेवी के इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी क्षति माना जाता

3. Bermuda Triangle में डूबने वाले दूसरे विमान

फ्लाईट 19 के अलावा स्टार टाईगर, स्टार एरिअल और डगलस डीसी-3 बरमूडा ट्राएंगल में गुम होने वाले कुछ हवाई जहाजों के नाम हैं। यह अपनी श्रेणी के सर्वश्रेष्ठ विमान थे, जिन्हें हर परिस्थिति का सामना करने लायक बनाया गया था। स्टार टाइगर 30 जनवरी, 1948 को अज़ोरेस से बरमूडा के लिए एक उड़ान भरते हुए खो गया था।

जबकि स्टार एरियल 17 जनवरी, 1949 को बरमूडा से किंग्स्टन, जमैका के लिए एक उड़ान भरते हुए गायब हो गया था। दोनों में से किसी भी विमान ने एक भी संकट कॉल नहीं किया और उनके अन्तिम संदेश भी रोजमर्रा की तरह नियमित ही थे।

डगलस डीसी-3 NC16002 सेन जूआन, पुएर्टो रीको से मियामी के लिए उड़ान भरने के दौरान गायब हो गया। जब यह गायब हुआ उस समय यह फ्लोरिडा से मात्र 50 मील की दूरी पर था, लेकिन विमान या इसमे सवार 32 लोगों का कोई नामोनिशान नहीं मिला।

4. मैरी सेलेस्टी लापता हुआ था Bermuda Triangle में

मैरी सेलेस्टी नामक एक कार्गो शिप भी बरमूडा ट्राएंगल क्षेत्र में 4 दिसम्बर 1872 को अटलांटिक महासागर में तब लापता हो गया था, जब यह पुर्तगाल से चलकर आ रहा था। शुरूआत में यह माना गया कि जहाज को समुद्री लुटेरों ने लूट लिया होगा, लेकिन जहाज पर कीमती सामानों के सुरक्षित होने से डाकुओं द्वारा जहाज को लूट लिए जाने की बात सिद्ध नहीं हो सकी। इस जहाज पर सवार किसी भी यात्री और कर्मचारी का कोई पता नहीं चल पाया।

5. एलिन ऑस्टिन का पता नहीं चला Bermuda Triangle में

मैरी सेलेस्टी जहाज की तरह, एलिन ऑस्टिन नाम का जहाज भी सन 1881 में तब गायब हो गया, जब यह न्यूयार्क के लिए रवाना हो चुका था। ऐसा माना जाता है कि यह जहाज बरमूडा ट्राएंगल के पास रास्ते में कहीं खो गया। इस जहाज पर एक पुरस्कृत नाविक भी था। इस जहाज के बारे में दो कहानियाँ सुनी जाती हैं।

एक कहानी के अनुसार लापता जहाज नहीं मिला। दूसरी के अनुसार लापता जहाज फिर दिखा, पर उसका पुरस्कृत नाविक उस पर नहीं था। इसके बाद वह दुसरे पुरस्कृत नाविक के साथ फिर से गायब हो गया।

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Bermuda Triangle में घटने वाली कुछ प्रसिद्ध घटनाएँ

6. कैप्टन जोशुआ नाव के साथ गुम हो गये थे Bermuda Triangle में

सन 1909 में कैप्टन जोशुआ स्लोकम अपनी नाव स्प्रे (Spray) से केरिबियन से वेनेजुएला तक के सफ़र पर निकले, लेकिन वह अपनी यात्रा के बीच में ही गायब हो गये। एक नाविक के रूप में जोशुआ का कौशल बहस से परे था, क्योंकि अकेले नाव चला कर पूरी दुनिया का चक्कर काटने वाले वह पहले आदमी थे।

उनके लापता होने का यह अनुमान लगाया गया कि शायद उन्हें किसी स्टीमर ने कुचल दिया हो या फिर कोई शार्क या व्हेल उन्हें खा गयी हो। जब बहुत वर्षों तक उनका कोई पता नहीं चला, तो 1924 में उन्हें कानूनी तौर पर मृत घोषित कर दिया गया।

7. अमेरिकी उप-राष्ट्रपति की बेटी गायब हो गयी Bermuda Triangle में

पेट्रियट नाम का एक जहाज जो 30 दिसंबर 1812 को चार्ल्सटन, दक्षिण कैरोलिना से न्यूयॉर्क के लिये चला था, भी लापता हो गया था। इस जहाज पर अमेरिका के उप-राष्ट्रपति आरोन बर्र की बेटी थियोडोसिया बर एल्स्टन भी सवार थी, लेकिन किसी का कोई पता नहीं चला। जानकार इसके पीछे समुद्री डकैती और युद्ध को कारण बताते हैं।

8. Bermuda Triangle में खो गया था कैरोल ए डीयरींग जहाज

कैरोल ए डीयरींग नामक एक कार्गो शिप (वाणिज्यिक जहाज) 29 जनवरी सन 1921 को ब्राज़ील के रियो डी जेनेरो से लौट रहा था। इसे उस समय केप लुक आउट नामक एक छोटे जहाज ने भी देखा था। लेकिन दो दिन बाद 31 जनवरी सन 1921 को यह पाँच मंजिला जहाज उत्तरी कैरोलिना के पास डायमंड शोल्स पर जमीन में धंसा हुआ पाया गया।

जहाज पर चालक दल और सभी क्रू मेम्बर गायब हो गये थे और उन्हें दोबारा फिर कभी नहीं देखा गया। कई लोगों का मानना है कि यह मालवाहक पोत भी समुद्री डकैती का शिकार हो गया था, लेकिन कुछ लोग मानते हैं कि यह शिप भी बरमूडा ट्राएंगल की रहस्यमयी दुनिया में खो गया।

9. अमेरिकी वायु सेना के विमान खत्म हुए Bermuda Triangle में

US नेवी के बरमूडा ट्राएंगल का शिकार बनने के बाद, अब बारी थी अमेरिकी वायु सेना की, जिसके दो विमान KC-135 स्ट्रेटो टेंकर भी अटलांटिक महासागर में गिरकर नष्ट हो गये थे, पर बहुत खोजने पर भी सही कारणों का पता नहीं चल पाया।

10. ब्रिटिश विमान गायब हो गया था Bermuda Triangle में

एक ब्रिटिश विमान जिसका नाम नॉर्मन आइलैंडर था, ने 15 दिसंबर सन 2008 को लगभग 3:30 बजे चिली के सेंटीयागो से न्यूयॉर्क के लिए उड़ान भरी। इसमें 12 यात्री सवार थे। उड़ान भरने के लगभग 35 मिनिट बाद इसका रडार अचानक खराब हो गया, और फिर यह नीचे सागर में गिर गया। US कोस्ट गार्ड्स ने इसे बहुत ढूँढा, लेकिन बहुत खोजने के बाद भी विमान का कोई मलबा नहीं मिल पाया।

11. एस एस मेरिन सल्फर क्विन दफ़न हो गया Bermuda Triangle में

एस एस मेरिन सल्फर क्विन नामक एक मालवाहक पोत जिस पर 39 लोग सवार थे, आखिरी बार 4 फरवरी 1963 को फ्लोरिडा के पास देखा गया था, लेकिन फिर इसे दोबारा कभी नहीं देखा गया। US कोस्ट गार्ड्स ने इसे बहुत ढूँढा, पर वह इसके बारे में कुछ पता नहीं लगा सके। न तो किसी इन्सान का शव मिला और न ही इसका मलबा।

12. कोन्नेमारा IV के सवार खो गये Bermuda Triangle में

26 सितंबर 1955 को बरमूडा के दक्षिण में अटलांटिक महासागर में पर्यटकों की एक नाव कोन्नेमारा IV बहती हुई पायी गयी, लेकिन इस पर सवार किसी इन्सान का कोई पता नहीं चला। माना जाता है कि सागर में आने वाले तूफानों की वजह से इस पर सवार सभी लोग बह गये, लेकिन नाव बंदरगाह पर चली आयी।

13. जापानी जहाज डूब गया था Bermuda Triangle में

बरमूडा ट्राएंगल की प्रसिद्ध घटनाओं में से एक है – जापानी जहाज रैफुकू मारू का डूबना। 21 अप्रैल 1925 के दिन यह जहाज अमेरिका के बोस्टन शहर से जर्मनी के हैम्बर्ग के लिये चला, पर यह उत्तरी अटलांटिक महासागर में एक भयंकर तूफ़ान में घिरकर डूब गया। जब यह जहाज खतरे में था, तब इस पर सवार चालक दल के लोगों ने एक सन्देश भेजा। जो इस प्रकार था –

“अब कटार जैसा खतरा है, जल्दी आओ! यह एक तरह की कटार है, जल्दी आओ।”

कटार शब्द से विशेषज्ञों ने समझा कि शायद वह लोग पानी की विशाल तेज धार की बात कर रहे थे, जिससे टकराकर जहाज पलट गया। आरएम्एस होमेरिक नाम के एक जहाज ने जो इसके समीप था ने, इसके बचाव का एक असफल प्रयास किया था।

सन 2015 में अल फारो नाम का एक कार्गो जहाज जिस पर 33 लोग सवार थे, इस जानलेवा ट्रायंगल में दफ़न हो गया था और अभी तक न तो शिप का और न ही इस पर सवार लोगों का कुछ पता चल पाया है।

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Bermuda Triangle का डर सिर्फ हौवा है

1. समुद्री बीमा कंपनी लॉयडस ऑफ़ लन्दन (Lloyd’s of London) ने यह निर्धारित किया कि समुद्र के किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में बरमूडा ट्राएंगल अधिक खतरनाक नहीं है। संयुक्त राज्य अमेरिका के तटरक्षक (United States Coast Guard) बल के दस्तावेज उनके निष्कर्ष की पुष्टि करते हैं। वास्तव में इस क्षेत्र से नियमित गुजरने वाले जहाजों और विमानों की संख्या पर गौर किया जाय, तो गायब होने वालों की अनुमानित संख्या बहुत थोड़ी ही है। उनके अनुसार बरमूडा ट्राएंगल मे पोत और विमान इसी तरह व्यवहार करते हैं जैसे कि वे दुनिया मे अन्य जगह पर करते हैं।

2. एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी (Arizona State University) के एक शोध पुस्तकालय अध्यक्ष और ‘बरमूडा ट्राएंगल मिस्ट्री: साल्व्ड’ पुस्तक के लेखक लॉरेंस डेविड कुस्चे इस शैतानी त्रिकोण को सिर्फ एक काल्पनिक क्षेत्र मानते हैं। कुस्चे ने तर्क दिया कि बरमूडा ट्राएंगल के रहस्यमय प्रभाव को बढाने वाली घटनाओं का एक बड़ा प्रतिशत उन घटनाओं का है, जो वास्तव में इससे बाहर घटित हुई थी।

क्योंकि उस समय के समाचार पत्रों में इन घटनाओं का कोई जिक्र नहीं था। कुस्चे ने निष्कर्ष दिया कि बरमूडा ट्राएंगल की कहानी एक गढा गया रहस्य है, जिसे लेखकों ने जानबूझकर या अनजाने में भ्रांतियों, ग़लत तर्कों और सनसनी का इस्तेमाल करते हुए स्थायी बना दिया।

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Amazing Facts about Bermuda Triangle

3. बरमूडा ट्राएंगल के भीतर स्थित, फ्रीपोर्ट (Freeport) में एक बड़े पोत-कारखाने और एक हवाई अड्डे का संचालन किया जाता है जिससे हर साल 50,000 उड़ानें भरी जाती है और एक लाख पर्यटकों का आगमन होता है। लेकिन फिर भी आज तक यहाँ से किसी जहाज या इंसानों के गायब होने की कोई सूचना नहीं मिली है।

4. अधिकांश लोगों को यह सुनने में आश्चर्यजनक लग सकता है कि बरमूडा ट्रायंगल जैसा खतरनाक समझा जाने वाला क्षेत्र, संसार के सबसे व्यस्त समुद्री जलमार्गों में से एक हैं। लेकिन यह सत्य है, क्योंकि अमेरिका, यूरोप और कैरिबियाई द्वीप में स्थित बंदरगाहों से प्रतिदिन कई जहाज यहाँ से होकर गुजरते हैं।

5. इन व्यवसायिक पोतों के अतिरिक्त बहुत से क्रूज जहाज तथा फ्लोरिडा और इन द्वीपों के बीच चलने वाले मनोरंजन यान भी यहाँ नियमित रूप से देखे जा सकते हैं। यही कारण है कि बरमूडा ट्रायंगल विश्व की सबसे अधिक जहाजों की लेन वाले क्षेत्रों में से एक है।

6. इसके अलावा यह एक बहुत व्यस्त हवाई मार्ग भी है, क्योंकि एशिया और यूरोप के साथ-साथ उत्तरी अमेरिका महाद्वीप से भी सैकड़ों वायुयान हर रोज इस क्षेत्र से होकर उड़ते हैं।

7. वर्ष 2013 में World Wide Fund for Nature संगठन ने भी समुंद्री यात्रा के लिए सबसे खतरनाक स्थानों की जो सूची जारी की थी, उसमे भी Bermuda Triangle का नाम नहीं था। यह सभी बाते सिद्ध करती हैं कि इस क्षेत्र में रहस्यमय होने जैसी कोई बात नहीं है और यह सब बे-सिर पैर की बाते हैं।

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“बरमूडा ट्राएंगल दुनिया का अनोखा स्थान है, यहाँ संचार उपकरण काम करना बंद कर देते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जब इस क्षेत्र में होता है, तो उस समय स्पेसवॉक का शेड्यूल बंद कर दिया जाता है। ऐसा दिन में पांच बार होता है। यहाँ तक कि हबल टेलिस्कोप भी जब यहां से गुजरता है, तो उसे भी बंद कर दिया जाता है।”

 

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